मरीजों के रजिस्ट्रेशन के लिए पुरजी भी नहीं

फोटो स्टेट करा कर या फिर सादे कागज पर हो रहा है रजिस्ट्रेशन हाल सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का आरा : करोड़ों के बजट वाले सदर अस्पताल का हाल बदहाल हो गया है. हर वर्ष करोड़ों रुपये अस्पताल की व्यवस्था और सुविधाओं पर खर्च होते हैं लेकिन दो रुपये की पुरजी मुहाल हो गयी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2016 8:25 AM

फोटो स्टेट करा कर या फिर सादे कागज पर हो रहा है रजिस्ट्रेशन

हाल सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का
आरा : करोड़ों के बजट वाले सदर अस्पताल का हाल बदहाल हो गया है. हर वर्ष करोड़ों रुपये अस्पताल की व्यवस्था और सुविधाओं पर खर्च होते हैं लेकिन दो रुपये की पुरजी मुहाल हो गयी है.
आलम यह है कि पुरजी के फोटो स्टेट या फिर सादे कागज पर मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. सदर अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड का इन दिनों कुछ ऐसा ही हाल है. अस्पताल की इस व्यवस्था के कारण मरीजों के बीच दो रुपये की पुरजी मजाक बन गया है. जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज कराने आनेवाले मरीजों को अस्पताल की ओरिजनल पुरजी भी नसीब नहीं हो रही है. इलाज कराने मरीज आ रहे है, तो उनको सादे कागज और पुरजी के फोटो स्टेट पर इलाज कराना पड़ रहा है.
सबसे बड़ी बात है कि सादे कागज और फोटो स्टेट की पुरजी के लिए भी मरीजों से रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया जा रहा है. बताया जा रहा है कि अस्पताल की ओर से जो पुरजा दिया जाता था उसके लिए प्रति मरीज दो रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क लेने की व्यवस्था है. रजिस्ट्रेशन शुल्क वसूलने के बाद कर्मचारियों द्वारा राशि को अस्पताल के कोष में जमा करा दिया जाता है. इसके बावजूद सादे कागज पर या फोटो स्टेट पर काम चलाये जाने से अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

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