हर तरफ गंदगी का अंबार

विकास के मार्ग की सबसे बड़ी बाधाओं में से एक कार्यपालिका में व्याप्त लालफीताशाही है़ कर्मी जब अपने कर्तव्य से विमुख हो जाते हैं और समाज तथा देशहित की बात उनके लिए बेमानी हो जाती है, तब वह हर काम में अपने हित का जुगत भिड़ाने लगते है़ं इस स्थिति में कार्य में बाधा उत्पन्न […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2017 4:53 AM

विकास के मार्ग की सबसे बड़ी बाधाओं में से एक कार्यपालिका में व्याप्त लालफीताशाही है़ कर्मी जब अपने कर्तव्य से विमुख हो जाते हैं और समाज तथा देशहित की बात उनके लिए बेमानी हो जाती है, तब वह हर काम में अपने हित का जुगत भिड़ाने लगते है़ं इस स्थिति में कार्य में बाधा उत्पन्न होना स्वाभाविक प्रक्रिया है, तब विकास की गति धीमी होना लाजिमी है.

आरा : संकरी गलियां, संकरी नालियां वार्ड की पहचान है़ एक तरफ गंदगी का अंबार है, तो दूसरी तरफ नालियों का जाम रहना आम बात है़ वार्ड में विकास की रोशनी अब भी काफी दूर है़ कई सड़कें अब भी पक्कीकरण के इंतजार में हैं, जबकि बिजली का खस्ताहाल है. पेंशनधारियों का जहां बुरा हाल है, वहीं राशन-केरोसिन की आपूर्ति बदहाल है. शहरी गरीब आवास योजना फाइलों में धूल चाट रही है. वार्ड का ऑन द स्पॉट आकलन करने पर विकास का हाल बदहाल ही दिखा.
विद्यालय विहीन है वार्ड : लगभग 12 हजार की जनसंख्या वाले वार्ड के बच्चों के लिए शिक्षा पाना कठिन है़ एक तरफ उच्च शिक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, तो प्राथमिक विद्यालय भी नहीं है़ एक तरफ सरकार शिक्षा में सुधार की काफी बातें करती हैं, दूसरी तरफ नगर में विद्यालय विहीन वार्ड में बच्चों को शिक्षा कैसे मिले, इसकी व्यवस्था नहीं.
नहीं है पानी निकासी की व्यवस्था : प्रकाशपुरी मुहल्ला में पानी निकासी के लिए कोई नाला नहीं होने से लोगों के लिए नाली के पानी को निकालना एक समस्या बन गयी है.
नहीं होती है नालियों व गलियों की नियमित सफाई : नालियों एवं गलियों की नियमित सफाई नहीं होने से कचरा पसरा रहता है. वहीं, इस कारण से नालियां प्राय: जाम हो जाती है. एक तरफ सार्वजनिक शौचालय नहीं होने से लोग खुले में शौच जाने के लिए मजबूर हैं, वहीं घर-घर शौचालय योजना भी बेहाल है़ महज 20 लोगों को ही इसके तहत राशि मिल पायी है, वह भी मात्र पहली किस्त. इससे निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है.
वार्ड 37 में सड़क किनारे रखा हुआ गोबर.
पानी की निकासी के लिए अब तक नाले का निर्माण नहीं
कई जगह नालियों का निर्माण नहीं हो पाया है़ सड़कें कई जगह खराब हो चुकी हैं. पक्कीकरण भी नहीं हो पाया है. इससे आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है. शीघ्र मरम्मत कराने की आवश्यकता है.
मनोज भगत, वार्डवासी
सरकार ने प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य बनाया है. फिर भी वार्ड में उच्च विद्यालय की बात कौन कहे, प्राथमिक विद्यालय भी नहीं है. इससे बच्चों को शिक्षा कैसे मिल पायेगी, समझ से परे की बात है.
अशोक कुमार, वार्डवासी
वार्ड में नियमित सफाई नहीं होने से हर तरफ गंदगी फैली रहती है. नालियों से दुर्गंध आती है. वहीं, मच्छरों का प्रकोप भी काफी बढ़ गया है. इस पर कार्रवाई होनी चाहिए. घर-घर कूड़ा उठाव की योजना भी फेल है.
सुदामा चौधरी, वार्डवासी
वार्ड में जन वितरण प्रणाली की दुकान नियमित नहीं खुलती है. इस कारण राशन तथा केरोसिन मिलना काफी मुश्किल हो गया है. दुकान कब खुलेगी, इसका कोई समय निर्धारित नहीं रहता है.
कामेश्वर चौधरी, वार्डवासी
घर-घर शौचालय योजना के तहत 16 लोगों को पहली किस्त की राशि मिल गयी है. काफी लोगों को पेंशन भी मिल रहा है. शहरी गरीब आवास योजना के तहत 50 लोगों का आवेदन निगम को भेजा गया है.
विद्यावती देवी, वार्ड आयुक्त
वार्ड की कई सड़कों का सर्वे कराया गया है. फंड मिलते ही निर्माण व मरम्मती कार्य शुरू कर दिया जायेगा. वार्ड आयुक्त द्वारा अनुशंसित योजनाओं पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य कराया जाता है.
प्रमोद कुमार, नगर आयुक्त

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