चार वर्ष बाद भी नाली का निर्माण कार्य नहीं हो सका पूरा
कुव्यवस्था Â नगर के सब्जी गोला से लेकर चंदवा तक कराया जाना था नाला निर्माण, अंतिम छोर पर पानी निकासी की नहीं है व्यवस्था आरा : नगर के सब्जी गोला से चंदवा तक बनने वाली नाली आज भी अधूरी है. मुख्य सड़क के दोनों तरफ नाली का निर्माण कराया गया, ताकि इस क्षेत्र के लोगों […]
कुव्यवस्था Â नगर के सब्जी गोला से लेकर चंदवा तक कराया जाना था नाला निर्माण, अंतिम छोर पर पानी निकासी की नहीं है व्यवस्था
आरा : नगर के सब्जी गोला से चंदवा तक बनने वाली नाली आज भी अधूरी है. मुख्य सड़क के दोनों तरफ नाली का निर्माण कराया गया, ताकि इस क्षेत्र के लोगों के घरों का पानी आसानी से निकल सके.
नाली के अभाव में लोगों को काफी परेशानी हो रही थी. इसे देखते हुए प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा नाली निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गयी पर दोनों विभागों की लापरवाही एवं उदासीनता के कारण चार वर्षों बाद भी नाली निर्माण पूरा नहीं हो सका. इससे निगम के कार्य करने की शैली का सहज ही अंदाजा लग जाता है. सब्जी गोला से शुरू होने वाली डेढ़ किलोमीटर लंबी नाली का निर्माण इस तरह किया गया है कि इसे नाली कहना सही नहीं लगता. कुछ दूरी तक नाली का निर्माण हुआ है तो कुछ दूरी अभी उसकी प्रक्रिया ही नहीं शुरू हुई है. यह स्थिति सब्जी गोला से लेकर चंदवा तक है. सड़क के दोनों तरफ अधूरी निर्मित इस नाली की यही स्थिति है.
2012 से ही शुरू है निर्माण की प्रक्रिया : नाली निर्माण की प्रक्रिया वर्ष 2012 से ही शुरू है पर 2017 आने के बाद भी निर्माण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पायी है. नाली निर्माण के मार्ग में कई जगह स्थिति ऐसी है कि वहां नाली का निर्माण किया ही नहीं गया है. गिरजा मोड़ के पास, अवधपुरी मुहल्ला के पास तीन जगहों पर, ब्रह्मर्षी कॉलेज के पास, मौलाबाग गायत्री मंदिर के पास सहित 11 जगहों पर नाली निर्माण के लिए खुदाई तक नहीं की गयी है, निर्माण की बात तो दूर है.
50 लाख की लागत से होना था निर्माण : नाली के निर्माण के लिए लगभग 50 लाख की राशि स्वीकृत की गयी थी. ताकि नाली का निर्माण सही ढंग से हो सके और उस क्षेत्र के निवासियों को अपने घरों के पानी को निकालने में सुविधा हो सके. पर ठेकेदारों, निगम एवं प्रशासन की लालफीताशाही के कारण अभी तक नाली का निर्माण पूरा नहीं हो सका है. उसे लेकर क्षेत्र के लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है.
नाली निर्माण के उद्देश्य की नहीं हो रही है पूर्ति : लोगों की अपेक्षा के अनुसार नाली के समुचित निर्माण नहीं होने के कारण नाली के निर्माण के उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो पा रही है. पैसे तो खर्च हो गये पर नाली का निर्माण नहीं हो पाया. आज भी पानी निकालने की समस्या पूर्ववत बनी हुई है. लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि घर के पानी को कहा निकाला जाये.
चंदवा मोड़ के पास नाली का निकासी है बंद : नाली निर्माण के समय बनाये गये योजना के अनुसार नाली के पानी को चंदवा पुल के पास नदी में गिराया जाना था पर चंदवा मोड़ से पश्चिम की तरफ नाली का निर्माण हो ही नहीं पाया है. इस कारण इस नाली का पानी कहां निकलेगा इसका जवाब न तो निगम और नहीं प्रशासन के पास है. नाली निर्माण की यह प्रक्रिया अजूबा है. जहां उसके पानी का कोई निकासी ही नहीं हो.
आरा नगर के सब्जी गोला से चंदवा तक आधा-अधूरा नाला निर्माण व जलजमाव.
क्या कहते हैं लोग
नाली के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने पर लोगों में काफी खुशी थी. ऐसा लग रहा था कि नाले का निर्माण हो जाने के बाद सुविधाजनक तरीके से घर का पानी नाले में बहाया जा सकेगा, लेकिन चार वर्षों बाद भी िनर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका.
सिद्धेश्वर उपाध्याय, मौलाबाग
निगम और प्रशासन की लापरवाही से पुरानी समस्या का निराकरण अभी तक नहीं हो पाया है. इस कारण घर का पानी निकालने में काफी परेशानी हो रही है. चार वर्ष पूर्व निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गयी थी, परंतु अब तक पूरा नहीं हो पाया.
सत्येंद्र कुमार , चंदवा
चार वर्ष पूर्व नाली के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गयी थी, परंतु अब तक अधूरा है. कई बार निगम का चक्कर लगाया गया, प्रशासन से भी गुहार लगायी गयी, पर कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इसकी वजह से पानी खुले में बह रहा है.
समशेरआलम, मौलाबाग
नाली का निर्माण जल्दी से पूरा किया जाये, ताकि लोगों को सुविधा हो और पानी की निकासी हो सके. नाली के निर्माण हो जाने से हजारों घरों के निवासियों को लाभ पहुंचेगा. नगर निगम व स्थानीय अधिकारियों की उपेक्षा से िनर्माण अधूरा पड़ा है.
उग्रहनारायण, पकड़ी
क्या कहते हैं अधिकारी
इसका सर्वे कराया जा रहा है. कहां त्रुटि है इसकी समीक्षा की जा रही है. लोगों की सुविधा के लिए इस पर जल्द ही कार्रवाई की जायेगी.
प्रमोद कुमार, नगर आयुक्त आरा नगर निगम