लोगों में जागरूकता की कमी

उदासीनता. शिकायत में लोग पीछे, समाधान में निगम फेल अब तक मिली महज 100 शिकायतें आरा : सफाई को लेकर शिकायत करने के मामले में शहरवासी पीछे हैं, तो समस्याओं का निराकरण करने में निगम प्रशासन फेल है. मामला स्वच्छता एेप पर शिकायत से जुड़ा हुआ है. सफाई को लेकर एक तरफ जहां कुछ लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2017 5:06 AM

उदासीनता. शिकायत में लोग पीछे, समाधान में निगम फेल

अब तक मिली महज 100 शिकायतें
आरा : सफाई को लेकर शिकायत करने के मामले में शहरवासी पीछे हैं, तो समस्याओं का निराकरण करने में निगम प्रशासन फेल है. मामला स्वच्छता एेप पर शिकायत से जुड़ा हुआ है. सफाई को लेकर एक तरफ जहां कुछ लोगों द्वारा ही शिकायत दर्ज करायी गयी. वहीं, दूसरी तरफ जो समस्याएं सामने आयीं, उनका भी समाधान करने में निगम पूरी तरह से खरा नहीं उतर पाया. नये साल में निगम द्वारा स्वच्छता एेप जारी किया गया था, जिसको डाउनलोड कर किसी भी तरह की स्वच्छता संबंधी शिकायत की जा सकती है. उक्त समय निगम द्वारा बड़ी-बड़ी होर्डिंग शहर भर में लगाये गये थे,
परंतु आज भी इस एेप पर शिकायतों की संख्या बहुत कम है. लगभग हर हाथ में मोबाइल रहने के बावजूद लोग इस एेप का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. स्थिति यह है कि गत सप्ताह में मात्र तीन शिकायतें आयीं हैं. शुरुआत से देखें, तो इस एेप पर नगर की स्वच्छता संबंधी लगभग सौ शिकायतें ही आ पायी हैं, जो लोगों में जागरूकता की भारी कमी है. ऐसे में निगम प्रशासन को किसी अन्य माध्यम से भी लोगों को इस एेप से जोड़ने या जागरूक करना चाहिए. इस एेप पर इतनी कम शिकायतें कहीं- न- कहीं निगम एवं नगरवासियों की सफाई के प्रति चिंता को दरसाता है.
शिकायतों के लिए निर्धारित हैं नौ श्रेणी : स्वच्छता एेप के माध्यम से शहर की साफ-सफाई से संबंधी नौ श्रेणियों में शिकायतें की जा सकती हैं, जिसमें मृत जानवर संबंधी, कूड़ेदान संबंधी, कचरे का ढेर, कचरा वाहन नहीं आया, झाड़ू नहीं लगायी गयी, शौचालयों में बिजली आपूर्ति, शौचालय में पानी आपूर्ति, शौचालयों में अवरोधों एवं शौचालय में सफाई आदि की शिकायतें कर सकते हैं.
एेप में भी हैं कुछ खामियां : इस एेप पर एक महीना पहले डाली गयी शिकायतों में अब भी ओपेन लिखा आ रहा है.
इसका मतलब यह हुआ कि इनका निराकरण अब तक नहीं किया जा सका है. ऐसी शिकायतों की संख्या अत्यधिक हैं.
इन लोगों ने दर्ज करायी हैं शिकायतें : स्वच्छता एेप पर अब तक दर्ज करायी गयी शिकायतों में प्रमुख हैं. यूथ ग्रुप द्वारा नवादा चौक पर झाड़ू नहीं लगने की शिकायत, एकता नगर अनाईठ के अविनाश ने सफाई के लिए, उमा नगर चंदवा मोड़ से किसी नागरिक ने कचरे के ढेर लगने की शिकायत दर्ज करायी थी. वहीं, राणा सिंह द्वारा कई जगहों की साफ-सफाई की शिकायतें, आदित्य कुमार द्वारा कूड़ेदान की सफाई संबंधी शिकायत दर्ज करायी गयी है.
स्वच्छता ऐप पर आयीं शिकायतों का नहीं हुआ निराकरण
जागरूकता के लिए सामाजिक संगठनों को आना होगा आगे : इस एेप संबंधी जानकारी आमजनों तक पहुंचाने के लिए नगर के सामाजिक संगठनों को आगे आना होगा. हालांकि एनएसएस एवं कुछ अन्य संगठनों ने इस विषय पर जागरूकता अभियान कुछ दिनों के लिए चलाया था. इसे आगे भी जारी रखना होगा. इससे लोग ज्यादा-से-ज्यादा इस एेप का इस्तेमाल कर अपने शहर को स्वच्छ बनाएं.
डेढ़ माह में आयीं लगभग 100 शिकायतें : स्वच्छता एेप की शुरुआत 4 जनवरी, 2017 से हुई थी. इस एेप पर अब तक लगभग 110 शिकायतें आयी हैं, जो कि शहर की आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से बहुत कम है.
इनमें से बहुत सारी शिकायतों का निराकरण कर दिया गया है.
एेप का कैसे करें उपयोग
स्वच्छता संबंधी शिकायतों को भेजने के लिए स्वच्छता एेप डाउनलोड करना पड़ता है. इसके लिए मोबाइल के माध्यम से प्ले स्टोर में जाकर अंगरेजी के शब्दों में स्वच्छता एेप टाइप करना है. यह टाइप करने पर स्वच्छता एमओयूडी एेप आयेगा, जिसे मोबाइल में इंस्टॉल कर अपना प्रोफाइल बनाना पड़ेगा.
इसके बाद इस एेप में आप अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं.
क्या कहते हैं नगर आयुक्त
स्वच्छता एेप पर जो भी शिकायतें आती हैं उसका तत्परता से निराकरण किया जाता है. एेप के माध्यम से प्राप्त कुछ समस्याओं का निराकरण शेष रह गया है, जिसको कराने का प्रयास किया जा रहा है. नगर को स्मार्ट सिटी के अनुसार मानक पर लाने के लिए निगम प्रशासन बहुत संवेदनशील है एवं हर संभव प्रयास करता है कि नगर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रहे.
प्रमोद कुमार, नगर आयुक्त

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