मिस्त्री की मौत पर अस्पताल में हंगामा

पोल पर चढ़ कर काम करने के दौरान हुआ हादसा परिजनों ने कहा, बिजली विभाग की लापरवाही के कारण गयी जान आरा : उदवंतनगर प्रखंड के गजराजगंज ओपी थाने के विसुनपुरा गांव में मंगलवार को बिजली के पोल पर चढ़ कर काम कर रहे एक बिजली मिस्त्री की हाइ वोल्टेज तार की चपेट में आने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 1, 2017 12:53 AM

पोल पर चढ़ कर काम करने के दौरान हुआ हादसा

परिजनों ने कहा, बिजली विभाग की लापरवाही के कारण गयी जान
आरा : उदवंतनगर प्रखंड के गजराजगंज ओपी थाने के विसुनपुरा गांव में मंगलवार को बिजली के पोल पर चढ़ कर काम कर रहे एक बिजली मिस्त्री की हाइ वोल्टेज तार की चपेट में आने से मौत हो गयी. इस घटना के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी का माहौल कायम हो गया. स्थानीय लोगों की सहायता से बिजली मिस्त्री को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. इस घटना से गुस्साये लोगों ने सदर अस्पताल में जम कर हंगामा किया.
साथ ही इस घटना के लिए विद्युत विभाग के कर्मचारियों को दोषी ठहराया. बाद में स्थानीय समाजसेवी और पुलिस विभाग के पदाधिकारियों की पहल पर आक्रोशित लोग शांत हुए. मृतक वीरा धानुक बताया जाता है, जो गजराजगंज ओपी थाने के हरनाथकुंडी गांव निवासी भदई धानुक का पुत्र है. जानकारी के अनुसार, शनिवार को विशुनपुरा गांव में डबल पोल पर लाइन चेक करने के लिए उक्त मिस्त्री शटडाउन लेकर चढ़ा हुआ था. काम खत्म होने के बाद दुबारा जब चेक करने के लिए वह पोल पर चढ़ा, तभी अचानक बिजली के आ जाने से हाइ वाल्टेज तार के झटके से नीचे गिर पड़ा, जिससे उसकी मौत हो गयी. इस घटना के समय उसी गांव का दूसरा मिस्त्री अवधेश कुमार नीचे खड़ा था, जो घटना का प्रत्यक्षदर्शी है. घटना के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
विद्युत विभाग में संविदा पर करता था काम : मृतक वीरा धानुक बिजली विभाग में संविदा पर काम करता था. इसी नौकरी के सहारे वह घर का खर्च चलाता था. उसकी मौत के बाद परिजनों के समक्ष गंभीर समस्या पैदा हो गयी है. बिजली मिस्त्री की मौत के बाद परिजनों में मातम पसर गया है. पत्नी लखमानो देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. मृतक को दो पुत्र ज्योतिष और माधव तथा एक पुत्री फुलवंती है.
मुआवजे के आश्वासन पर हंगामा समाप्त
घटना के बाद गुस्साये लोगों ने सदर अस्पताल में जम कर हंगामा किया. पीड़ित परिवार व ग्रामीण मुआवजे की मांग कर रहे थे. बाद में पुलिस पदाधिकारियों के आश्वासन पर मामला शांत हुआ. इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया. इस संबंध में उदवंतनगर सीओ द्वारा मृतक के परिजनों को पारिवारिक लाभ के रूप में राशि मुहैया कराने का आश्वासन दिया गया.
आइ एम डॉक्टर, हू आर यू, आइ एम मेजर
‘आइ एम डॉक्टर, हू आर यू’, ‘आइएम मेजर’. सदर अस्पताल में बिजली मिस्त्री की मौत के बाद इमरजेंसी में डॉक्टर के चैंबर में कुछ इसी अंदाज में एक डॉक्टर और रिटायर्ड मेजर के बीच बहस हुई. घटना की जानकारी मिलने के बाद रिटायर्ड मेजर राणा प्रताप सिंह पहुंचे और डॉक्टर के चैंबर में विरोध जताने लगे. इसी बीच इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डॉ आरएन यादव भी उखड़ गये और दोनों ओर से बहस होने लगी. बहस के दौरान चिकित्सक ने अंगरेजी में कहा कि आइ एम ए डॉक्टर एंड हू आर यू, तो रिटायर्ड मेजर ने भी कुछ इसी अंदाज में जवाब दिया. इस दौरान दोनों ओर से जमकर वाक युद्ध चला. अस्पताल के कुछ डॉक्टरों को भी इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा, तब जाकर मामला शांत हुआ. इस मामले को लेकर अस्पताल कर्मियों, मरीजों व उनके परिजनों के बीच दिन भर चर्चा होती रही.

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