VIDEO : मानवता फिर हुई शर्मसार, स्ट्रेचर नहीं मिला, तो मरीज को ऐसे पहुंचाया अस्पताल

भोजपुर : बिहार के भोजपुर जिले के आरा सदर अस्पताल में मानवीय संवेदना को शर्मसार करने वाली एक घटना हुई है. सूत्रों की मानें, तो इस घटना ने बिहार के स्वास्थ्य सुविधाओं पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. बताया जा रहा है कि अस्पताल में एक महिला मरीज को ओपीडी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2017 8:58 AM

भोजपुर : बिहार के भोजपुर जिले के आरा सदर अस्पताल में मानवीय संवेदना को शर्मसार करने वाली एक घटना हुई है. सूत्रों की मानें, तो इस घटना ने बिहार के स्वास्थ्य सुविधाओं पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. बताया जा रहा है कि अस्पताल में एक महिला मरीज को ओपीडी से मेडिकल वार्ड तक घसीटकर ले जाया गया. ऐसा करने से महिला मरीज गंभीर रूप से घायल हो गयी. इस घटना को जिन्होंने देखा उनकी आंखें डबडबा गयीं. अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, जिले के कृष्णागढ़ थाना इलाके के सरैया गांव के रहने वाले अनिल साह की पत्नी शकुंतला देवी का दो-तीन दिनों से सदर अस्पताल आरा में इलाज चल रहा था. परिजनों की मानें, अर्ध विक्षिप्त अवस्था में वह अचानक भागते हुए मेडिकल वार्ड पहुंच गयीं.



नहीं मिला स्ट्रेचर

प्प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन ने महिला मरीज को बिस्तर तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर भी मुहैया नहीं कराया. नतीजतन , लोग उसे घसीटते हुए ओपीडी तक ले गये. दुखद यह भी कि इस वाकये के दौरान अस्पताल में मौजूद लोग खड़े होकर तमाशा देखते रहे, लेकिन किसी ने हस्तक्षेप करने की कोशिश नहीं की. वहीं, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. चिकित्सकों के मुताबिक, शकुंतला देवी मिरगी की मरीज हैं, जिनका सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें इस समय दवा की जरूरत थी, जिसे नहीं दिया गया. मामला सामने आने के बाद अस्पताल के उपाधीक्षक ने स्ट्रेचर नहीं मिलने की बात को गलत बताया. प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि विक्षिप्तावस्था में वह बार-बार ओपीडी से भाग जा रही थीं.

पहले भी हुई है, इस प्रकार की घटना

गौरतलब हो कि इससे पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में ऐसी घटना सामने आयी थी, जहां दो भाइयों ने लकड़ी के तख्ते पर अपने भाई को पैदल ले जाकर अस्पताल में भरती कराया था. वहीं, दूसरी ओर ओड़िशा में एक घटना हुई थी, जब एक पति अपनी पत्नी का शव अपने कंधे पर लेकर कई किलोमीटर तक गया था.

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