दुर्घटना को बुलावा दे रहा ओवरब्रिज

बनने के महज आठ वर्षों में ही खस्ताहाल हुआ ओवरब्रिज आरा : आरा-मोहनियां मुख्य पथ पर जीरो माइल के समीप बना ओवरब्रिज बनने के लगभग आठ वर्षों के बाद ही जर्जर स्थिति में पहुंच गया है. बता दें कि इस ओवरब्रिज के द्वारा मोहनिया, भभुआ, सोनबरसा, जगदीशपुर आदि के लिए वाहन गुजरते हैं. ये पथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2017 3:50 AM

बनने के महज आठ वर्षों में ही खस्ताहाल हुआ ओवरब्रिज

आरा : आरा-मोहनियां मुख्य पथ पर जीरो माइल के समीप बना ओवरब्रिज बनने के लगभग आठ वर्षों के बाद ही जर्जर स्थिति में पहुंच गया है.
बता दें कि इस ओवरब्रिज के द्वारा मोहनिया, भभुआ, सोनबरसा, जगदीशपुर आदि के लिए वाहन गुजरते हैं. ये पथ मोहनिया-भभुआ जाने के लिए मुख्य पथ हैं, जिस पर यह ओवरब्रिज स्थित है. इस ओवरब्रिज की हालत इतनी खराब है कि इसके डायवर्सन का मिट्टी खिसक कर नीचे पहुंच गया है. सड़क के किनारे ही बड़े-बड़े गड्ढे उभर गये हैं. कुछ जगहों पर तो सड़क बीच- बीच में धस गयी है, जिससे बड़े वाहन अगर वहां से गुजर जाये तो दुर्घटना निश्चित है. ओवरब्रिज के सड़क के दोनों तरफ कटीली झाड़ियां उग आयी हैं, गाड़ियों से गिरनेवाले बालू से सड़क पट गया है, जिस पर फिसल कर दो पहिया वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं.
ब्रिज पर नहीं लगा है लोहे का बैरियर : आम तौर पर ओवरब्रिज के दोनों तरफ लोहे के बैरियर लगे होते हैं, जिससे दुर्घटना के समय नुकसान को कम किया जा सके, लेकिन इस ओवरब्रिज के पहुंच पथ पर लोहे का बैरियर आज तक नहीं लग पाया है. इससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है. हालांकि बेरियर लगाने के लिए बहुत पहले से ही गड्ढे किये गये हैं.
ओवरब्रिज के पहुंच पथ में आयीं बड़ी दरारें
आरा-मोहनियां को जोड़नेवाले मुख्य पथ पर जीरो माइल के समीप बने इस ओवरब्रिज के पहुंच पथ में दरारें आ गयी हैं. कहीं-कहीं सड़क धंस गयी है. अगर कोई वाहन इसकी चपेट में आ जाये तो दुर्घटना निश्चित है. सड़क धंसने के डर से गाड़ियां यहां से काफी सावधान से गुजरती है.
ब्रिज के दोनों किनारे पूरे पहुंच पथ पर कंटीली झाड़ियां उग आयी हैं. इन झाड़ियों के शाखा रोड पर भी निकल आते हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है. गाड़ियों से गिरा बालू पूरे ब्रिज पर पसरा हुआ है, जिसकी कभी सफाई नहीं होती. इसके कारण अक्सर दुर्घटना होते रहती है, जब तेज वाहन वहां से गुजरते हैं, तो सड़क पर गिरे धूल बालू से भर जाते हैं.

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