Bhojpur News: भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड क्षेत्र के बबुरा गांव में बड़ी मां दुर्गा मंदिर के पास एक गड्ढे में मगरमच्छ देखने की सूचना ने पूरे इलाके में दहशत मचा दिया है. पिछले तीन दिनों से इस गढ्ढे में ग्रामीण मगरमच्छ को देख रहे है. जिसके बाद उन्होंने वन विभाग की टीम को भी सूचना दी है. वन विभाग की टीम लगातार इस क्षेत्र में निगरानी बनाए हुए है. हालांकि वन विभाग की टीम मगरमच्छ को पकड़ने में नाकामयाब रही है. अगल बगल के लोग सहमे हुए है और जल्द ही मगरमच्छ के पकड़े जाने की गुहार लगा रहे हैं.
मगरमच्छ के नजर आने के बाद ग्रामीण डरे हुए हैं. जिसपर अजीत कुमार ने बताया कि करीब तीन दिन पहले यानी 20 अगस्त को मेरे घर के सामने ही मगरमच्छ दिखा था. जिसका अजीत ने वीडियो बनाया और तुरंत ही ग्रामीणों को सूचित किया था. उसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी.
मगरमच्छ को बाहर निकालने के लिए अलग-अलग तरकीब अपना रहे हैं ग्रामीण
वन विभाग की टीम सूचना के बाद लोकेशन पर पहुंच गई. लेकिन पकड़ नहीं पाए. उसके बाद मगरमच्छ को लगातार देखा गया. लेकिन 22 अगस्त की रात के बाद से मगरमच्छ इस गढ्ढे में किसी ग्रामीणों को नहीं दिखा है. अब ग्रामीण उस मगरमच्छ को बाहर निकालने के लिए बत्तख का इस्तेमाल कर रहे है. ग्रामीण समीर ने बताया कि उस बत्तख को रस्सी से बांध कर उस पानी भरे गढ्ढे में डाल रहे है. ताकि उसे देख कर मगरमच्छ बाहर आए और फिर उसे पकड़ा जा सके.
एक दिन पहले बछड़ा पर हमला करने वाला था मगरमच्छ
ग्रामीणों ने बताया कि पानी बहुत ज्यादा भर गया है. इस बबुरा गांव में 14 हजार की संख्या में लोग है और इस गढ्ढे के अगल-बगल करीब 1 हजार के करीब लोग रहते हैं. जिसमें छोटे बच्चे भी बहुत है. जिन्हें सबसे ज्यादा खतरा है. समीर ने बताया कि एक दिन पहले शिव लोचन पासवान के घर के पास एक गाय का बछड़ा बंधा हुआ था.
जिसे खाने के लिए मगरमच्छ ने उसपर हमला किया था. लेकिन ग्रामीणों के शोरगुल की वजह से वो दोबारा उसी पानी में भाग गया. जिसकी वजह से ज्यादा डर बना हुआ है. लोग रात में भी सो नहीं पा रहे है. रात भर जाग कर रखवाली करना पड़ रहा है. वहीं शुक्रवार की सुबह वन विभाग की टीम भी वापस लौट चुकी है.
घर तक पहुंच चुका है गढ्ढा का पानी, मगरमच्छ का सबसे ज्यादा डर
दरअसल बबुरा गंगा से सटा हुआ इलाका है. गंगा में बाढ़ आने की वजह से इस क्षेत्र में भी पानी भर चुका है. अब भले पानी घट रही हो लेकिन इस क्षेत्र से पानी अभी बाहर नहीं निकला है. जिसकी वजह से यह अनुमान लगाया जा रहा है मगरमच्छ इसी वजह से इस इलाका में आ समाया है. इस जगह सबसे ज्यादा डर शिव लोचन पासवान के घर को है.
यह घर एक दम गढ्ढे के बगल में है. घर की सीढ़ी भी पानी को छूता हुआ छत की ओर जाता है. इस घर में करीब 13 सदस्य है. सबसे पहले इसी घर के रहने वाले अजीत कुमार ने मगरमच्छ को देखा था. वन विभाग ने इन्ही के घर के नीचे जाल लगाया है. क्योंकि सबसे ज्यादा बार मगरमच्छ को इनके घर के पास ही देखा गया है.
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