Bihar Land Survey: बिहार के इन जमीन मालिकों के लिए जारी हुआ निर्देश, कर लें ये काम वरना पड़ेगा महंगा
Bihar Land Survey: बिहार के इन 4 लाख भूमि मालिकों के खाते को सही तरीके से अपडेट करने के लिए सभी CO और राजस्व कर्मियों को खास निर्देश दिए गए हैं. अधिकारियों को फर्जीवाड़े की संभावना से बचने के लिए जल्द कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है ताकि पारदर्शिता बनी रहे.
Bihar Land Survey: बिहार के भोजपुर जिले में भू-मालिकों के खातों को आधार और मोबाइल से जोड़ने की प्रक्रिया अपेक्षित गति से नहीं चल रही है. हाल की समीक्षा बैठक में यह खुलासा हुआ कि जिले में अब तक केवल 55% भू-मालिकों के खाता को आधार और मोबाइल से अपडेट किया जा सका है. इस देरी से भूमि प्रबंधन में पारदर्शिता की कमी हो रही है, जिससे फर्जीवाड़े पर नियंत्रण लगाने की सरकारी योजना भी प्रभावित हो रही है.
भू-मालिकों खाता सीडिंग में धीमी गति
भोजपुर जिले में कुल 9,13,761 भू-स्वामी हैं, जिनमें से अभी तक केवल 5,02,140 भू-मालिकों के खाते आधार और मोबाइल से जुड़े हैं. यह कार्य राजस्व कर्मचारियों की जिम्मेदारी है, लेकिन लापरवाही और धीमी गति से चलने के कारण यह योजना अपने लक्ष्य से काफी पीछे रह गई है.
अंचलवार आधार सीडिंग की स्थिति
जिले के विभिन्न अंचलों में आधार सीडिंग की स्थिति भी असमान है. आरा सदर अंचल में 1,32,510 भू-मालिकों में से केवल 69,629 (52.55%) की आधार सीडिंग पूरी हुई है. वहीं, गड़हनी अंचल में 35,624 भू-स्वामियों में से 18,446 (51.78%) की सीडिंग की गई है. अन्य अंचलों में भी आधार सीडिंग की गति धीमी है.
DM का कड़ा रुख
भोजपुर के जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया ने इस देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में जल्द से जल्द सुधार करना आवश्यक है, ताकि भूमि प्रबंधन में पारदर्शिता बनी रहे और फर्जीवाड़े को रोका जा सके.
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भोजपुर जिले में आधार और मोबाइल सीडिंग प्रक्रिया की धीमी गति सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में एक बड़ी अड़चन बन सकती है. अधिकारियों द्वारा समय रहते सुधार न किए जाने पर, यह प्रक्रिया और अधिक प्रभावित हो सकती है, जिसका नकारात्मक असर भूमि प्रबंधन और फर्जीवाड़े की रोकथाम पर पड़ेगा.