आरा : कोरोना से पूरे जिले को जहां रोना आ रहा है.वही कुछ लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं .कहीं इनकी लापरवाही का गंभीर परिणाम जिले को नहीं भुगतना पड़े. कोरोना वायरस के चेन को तोड़ने के लिए सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने का सबसे सहज और सुविधाजनक उपाय सुझाया है, जो दूसरे पर निर्भर नहीं है. इस उपाय को सभी लोग आसानी से कर सकते हैं.पर ऐसा नहीं हो रहा है.इस कारण कई लोग अनावश्यक सड़कों पर बाइक व वाहन लेकर निकल जा रहे हैं.इससे समस्या उत्पन्न होने की संभावना बनी रह रही है.लापरवाह बाइक व वाहन चालकों से वसूले गए 6 लाख से अधिक रुपएकोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाए गए लॉक डाउन की 21 दिनों की अवधि में लापरवाह बाइक व वाहन चालकों से पुलिस ने 6 लाख से अधिक रुपए की वसूली की है.
अनावश्यक सड़कों पर घूमनेवाले बाइक व वाहन चालकों के विरुद्ध पुलिस द्वारा जिलेभर में लगातार जांच अभियान चलाया जा रहा है तथा चालान काटा जा रहा है.सब कुछ ठीक रहा तो 20 अप्रैल के बाद कुछ क्षेत्रों में मिल सकती है छूटसरकार द्वारा स्थिति पर निगरानी की जा रही है.यदि जिले में सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन किया गया और नियमों का पालन लोगों द्वारा किया गया तो 20 अप्रैल के बाद कुछ क्षेत्रों में सरकार छूट दे सकती है.अन्यथा लापरवाह लोगों का खामियाजा पूरे जिले को भुगतना पड़ सकता है.सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर लगी पाबंदीसरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर पाबंदी लगा दी है.
निर्देश का पालन नहीं करने वालों पर 200 रूपये जुर्माना लगाया जाएगा. वही 6 माह की जेल की सजा भी हो सकती है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सार्वजनिक जगहों पर थूकने से टीबी सहित अन्य कई तरह की घातक बीमारी फैलने की संभावना रहती है.जैन कॉलेज क्वारंटीन केंद्र में लाए गए 25 मजदूरबुधवार को जैन कॉलेज क्वारंटीन केंद्र में 25 मजदूरों को लाया गया.सभी मजदूर पंजाब व हरियाणा से चलकर रोहतास के सासाराम के रास्ते ट्रक से आरा पहुंचे.इस दौरान भोजपुर पुलिस ने जांच कर इन मजदूरों को पकड़ा. सभी मजदूर मुजफ्फरपुर सहित उत्तर बिहार के अन्य जिलों के रहने वाले हैं.जिला प्रशासन ने उन्हें जैन कॉलेज के क्वारंटीन केंद्र में पहुंचाया.14 दिनों तक केंद्र में रखने के बाद स्थिति के अनुसार ही उन्हें छोड़ा जाएगा.