Bhojpuri: भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री अब सिर्फ बिहार, यूपी या झारखंड तक ही सीमित नहीं है. बल्कि दुनियाभर में भोजपुरी फिल्मों और गानों के तमाम फैंस है. भोजपुरी में ऐसे कई गाने हैं जो विदेशी डिस्को पब में भी जोरो शोरों से बजाए जाते हैं. यहां तक की कम बजट में शुरू हुई इस फिल्म इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक फिल्मों का निर्माण किया जा रहा है. यहां तक की बजट के मामले में कई फिल्में बॉलीवुड को भी मात देती हैं.
भोजपुरी सुपर स्टा्र की बात करें तो आज दिनेश लाल यादव निरहुआ (Dinesh Lal Yadav), पवन सिंह (pawan singh) और खेसारी लाल यादव जैसे कलाकार किसी परिचय के मोहताज नहीं है. लेकिन क्या आप भोजपुरी के इन दिग्गज कलाकारों के बचपन के नाम को जानते हैं. इस अर्टिकल में हम आपको भोजपुरी के ये तीन स्टार्स के बचपन के नाम से रूबरू कराएंगे.
फिल्म इंडस्ट्री में पवन सिंह का एक अलग ही स्वैग है. पवन सिंह के गानों को न केवल बिहार-यूपी बल्कि देश और विदेशों में भी बड़े चाव से सुना जाता है. भोजपुरी सिनेमा का सुपरस्टार बनने से पहले पवन सिंह ने बेहद गरीबी का सामना भी किया था. उनके संघर्ष की कहानी आज भी लोगों के लिए प्रेरणादायक है. पवन सिंह ने एक बार पत्रकारों से मुखातिब होते हुए अपने बचपन के नाम के बारे में बताया था कि वे बचपन में काफी मोटे थे. इसलिए उनके परिजन उनको प्यार से हनुमान बुलाते थे.
वहीं, बीजेपी सांसद और भोजपुरी के सुपर स्टार निरहुआ की बात करें तो उनका जन्म दिनेश लाल यादव निरहुआ का जन्म 2 फरवरी 1979 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के एक छोटे से गांव टंडवा में हुआ था. भोजपुरी इंडस्ट्री में ज्यादातर उन्हें ‘निरहुआ’ नाम से जाना जाता है. लेकिन निरहुआ के बचपन का नाम टुन्नू था. एक बार पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए निरहुआ ने बताया था कि जब वे छोटे थे तो उनके दादा जी जब भी जब भी दुकान से कुछ सामान लाने के लिए दुकान भेजते थे तो मैं तुरंत नहीं जाता था. पहले गाड़ी स्टार्ट करने की एक्टिंग करता था फिर टुन-टुन करता हुआ तेज भागता था. इसलिए उनके परिजन प्यार से उनको टुन्नू बुलाने लगे थे.
भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. उनका असली नाम शत्रुघन यादव है. भोजपुरी सिनेमा का सुपरस्टार बनने से पहले खेसारी ने बेहद गरीबी का सामना भी किया है. उनके संघर्ष की कहानी आज भी लोगों के लिए प्रेरणादायक है. खेसारी ने लिट्टी-चोखा बेचने के साथ ही दूध बेचने तक का काम किया है. लेकिन क्या आप जानते हैं घर घर में मशहूर खेसारी लाल का नाम खेसारी कैसे पड़ा. दरअसल, खेसारी लाल यादव यानी शत्रुघन बचपन से ही बहुत ज्यादा बोलते थे. उनकी ज्यादा बोलने की आदत की वजह से गांववाले उनसे परेशान हो जाया करते थे. धीरे धीरे गांव के लोग उन्हें उनकी ज्यादा बोलने की आदत के कारण खेसारी बोलने लगे. जिसके बाद से ही शत्रुघन खेसारी बन गए.
आम्रपाली दुबे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की रहने वाली हैं. आम्रपाली ने मुंबई के भवन कॉलेज से पढ़ाई की है. 2014 में, उन्होंने भोजपुरी सिनेमा में दिनेश लाल यादव के साथ निरहुआ हिन्दुस्तानी में अग्रणी भूमिका निभाई थी. आम्रपाली दुबे एक भोजपुरी फिल्म के लिए करीब 7-9 लाख रुपए लेती हैं. आम्रपाली दुबे के बचपन के नाम की बात करें तो आम्रपाली के परिजन उनको प्यार से पालू कहकर बुलाते थे. कैसे पड़ा इसपर आम्रपाली बताती हैं कि वह बचपन में हमेशा मां की पल्लू से ही चिपकी रहती थी. इसलिए उनका नाम पालू पड़ गया था.