नए साल में बिहार के नाम दर्ज हुई बड़ी उपलब्धि, विकास की दौड़ में टॉप 5 राज्यों में हुआ शामिल
Bihar: बिहार का विकास दर लगातार दो अंकों में बना हुआ है.वर्ष 2023-24 में वर्तमान मूल्य पर राज्य का विकास दर 14.47% हो गया है.विकास दर के मामले में बिहार का देश में चौथा स्थान है.
बिहार का विकास दर लगातार दो अंकों में बना हुआ है. वर्ष 2023-24 में वर्तमान मूल्य पर राज्य का विकास दर 14.47% हो गया है.विकास दर के मामले में बिहार का देश में चौथा स्थान है. बिहार से अधिक विकास दर केवल तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गुजरात का है. प्रति व्यक्ति आय में भी बढ़ोतरी हुई.वर्तमान मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय 66828 रुपये हो गया है, जबकि वर्ष 2022-23 में प्रति व्यक्ति आय 59637 रुपये थी.यानी कि वर्तमान मूल्य पर पिछले एक साल में प्रति व्यक्ति आय में 7584 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. यह जानकारी शुक्रवार को सूचना भवन के संवाद केंद्र में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने दी. उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के स्कीम मद के खर्च के सवाल पर कहा अभी तक 60 फीसदी राशि खर्च की जा चुकी है.दावा किया कि 31 मार्च तक पूरी राशि खर्च हो जायेगी. यादव ने कहा कि प्रथम तिमाही में लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लगने के कारण खर्च कम हुआ है, जबकि राज्य में दूसरी तिमाही में राज्य के अधिकांश भाग में बाढ़ की समस्या रहती हैअंतिम तिमाही में स्कीम मद की राशि खर्च करने में तेजी आती है.
पिछले पांच साल में प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी एक नजर में
साल | प्रति व्यक्ति आय रुपये |
2019-20 | 48263 |
2020-21 | 46367 |
2021-22 | 52379 |
2022-23 | 59637 |
2023-24 | 66828 |
मक्का उत्पादन में बिहार का देश में पहला स्थान
योजना एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव के सेंथिल कुमार ने कहा कि मक्का उत्पादन में बिहार का देश में पहला स्थान है.वर्ष 2023-24 में बिहार में 57.09 लाख टन मक्का पैदा हुआ है.जो वर्ष 2022-23 की तुलना में 13.28 लाख टन अधिक है. चावल और तिलहन के उत्पादन में भी बिहार का महत्वपूर्ण स्थान है.
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देश में पहली बार कोहरे का पूर्वानुमान की शुरुआत बिहार में
प्रधान सचिव के सेंथिल कुमार ने बताया कि बिहार में बाढ़ के पानी का पूर्वानुमान लगाने की तैयारी हो रही है. इसके लिये वीरपुर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत भौतिक प्रतिमान संस्थान की स्थापना की गयी है, जो देश में दूसरा संस्थान है.यहां पर नदियों का फिजिकल मॉडल पर जल प्रवाह के आधार पर उनके आक्राम्य स्थल को चिह्नित कर सुरक्षा प्रदान की जा सकेगी.इसके साथ ही मौसम सेवा केंद्र द्वारा 3-3 घंटे पर तापमान और आर्द्रता के आधार पर मौसम की स्थिति का पता लगाने वाले देश का पहला राज्य है. वहीं,देश में पहली बार कोहरे का भी पूर्वानुमान लगाया जा सकता है.