पटना . जिला प्रशासन ने आॅक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. बुधवार को जिला प्रशासन की टीम ने गुप्त सूचना पर एसके पुरी थाने के आनंदपुरी इलाके में छापेमारी की, जिसके दौरान किराये के एक मकान में चल रहे एक दफ्तर से 60 ऑक्सीजन सिलिंडर जब्त किये गये.
मौके पर एक व्यक्ति रितेश शर्मा को हिरासत में लिया गया. यह दफ्तर कटिहार जिले का ललित अग्रवाल बताया जा रहा है. आरोपितों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम, आइपीसी एवं एक्सप्लोसिव्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
मौके पर मौजूद एक खरीदार ने बताया कि एक छोटा ऑक्सीजन सिलिंडर ( पांच लीटर ) 10 हजार रुपये में बिक रहा है. पड़ोस के एक अन्य आदमी ने बताया कि मंगलवार रात भर ऑक्सीजन सिलिंडर यहां आये.
जिला प्रशासन की कई टीमें आॅक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी करने वालों की सूचनाएं एकत्र कर रही हैं, ताकि उनके यहां छापेमारी की जा सके. आम लोग भी इसकी सूचना जिला प्रशासन को दे सकते हैं.
कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए राहत की बात है कि उन्हें समय पर ऑक्सीजन मिल सकेगा. प्रदेश सरकार के प्रयासों से 120 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन बुधवार की रात तक पटना आ जायेगा. गुरुवार को इस मेडिकल ऑक्सीजन को रिफिल करने के लिए प्रदेश के सभी री-बॉटलिंग प्लांट पर पहुंचा दी जायेगी.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक यह लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन बोकारो और जमशेदपुर से लाया जा रहा है. उद्योग विभाग के अफसरों की निगरानी में आ रहे टैंकरों के रूट पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. इस ऑक्सीजन को पूरे सुरक्षा बंदोबस्त के बीच लाया जा रहा है. 120 टन मेडिकल ऑक्सीजन के टैंकर छोटे-बड़े टैंकरों में आ रहे हैं. ये टैंकर छह से पंद्रह मीटरिक टन के हैं. कुल 10 टैंकर हैं.
उद्योग विभाग के टेक्निकल डायरेक्टर पंकज दीक्षित ने बताया कि प्रदेश की जरूरत को देखते हुए इसे लाया जा रहा है. रात 12 बजे ये टैंकर पटना आ जायेंगे, जिन्हें तत्काल री-बॉटलिंग प्लांट के लिए भेज दिया जायेगा, ताकि इस ऑक्सीजन का मेडिकल उपयोग सुनिश्चित हो सके.
उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में यह कवायद की जा रही है. राज्य सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है. निदेशक दीक्षित ने बताया कि बोकारो जमशेदपुर लिंडे और एयर वाटर कंपनी से और बोकारो स्थित आइनौक्स कंपनी से इस लिक्विड ऑक्सीजन को बिहार लाया जा रहा है. इस तरह राज्य सरकार अपने प्रदेश की जरूरत को देखते हुए मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए लगातार प्रयास कर रही है.
Posted by Ashish Jha