आरा. भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में हिरण तस्करी का कारोबार करने का पता चला है. आरा की पुलिस ने हिरण तस्करी के एक नेक्सस का पर्दाफाश किया है. यहां गंगा के रास्ते नाव से हिरण की तस्करी करने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गये दोनों तस्करों के पास से एक हिरण को बरामद किया. स्थानीय थाने की पुलिस ने हिरण को वन विभाग की टीम को सौंप दिया है.
मामले के संबंध में बताया जाता है कि बड़हरा प्रखंड के सिन्हा ओपी क्षेत्र के महुली गंगा घाट में यह कारोबार बहुत दिनों से चल रहा था. जानकारी के अनुसार मंगलवार को सिन्हा ओपी पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि महुली गंगा घाट पर नाव से हिरण की तस्करी होने जा रही है. बताया जा रहा है कि सूचना मिलते ही पुलिस ने मोर्चाबंदी कर दी. पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर नाव पर लदे एक हिरण को बरामद किया.
हिरण तस्करी के मामले में पुलिस ने वहां मौजूद दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गये तस्कर कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के गुंडी गांव निवासी सुखदेव सिंह के पुत्र अजीत सिंह और खवासपुर ओपी क्षेत्र के हजारी टोला गांव निवासी मुखिया यादव के पुत्र रानु यादव हैं. दोनों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस का कहना है कि एक बड़े रैकेट के माध्यम से यह काम हो रहा है.
हिरण की बरामदगी के बाद सिन्हा ओपी पुलिस ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी. जहां वन विभाग के उप परिसर पदाधिकारी प्रिंस कुमार, वन विभाग के एएसआई मनीष कुमार और सुचित्रा कुमार सिन्हा ओपी पहुंचे. दोनों तस्कर और हिरण को अपने कब्जे में लेकर चले गये. वन विभाग के अधिकारियों ने इस संबंध में तत्काल कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.