पटना. बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने से परीक्षा प्रणाली में सुधार शुरू कर दिया है. प्रश्नपत्र लीक की घटना से सबक लेते हुए बीपीएससी ने 15 मई को आयोजित होने वाली बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) परीक्षा को लेकर बड़ा निर्णय लिया है. अब परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल में परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले तक ही इंट्री मिलेगी.
निर्धारित समय के बाद किसी भी परिस्थिति में परीक्षार्थियों को इंट्री नहीं दी जायेगी. अगर परीक्षा 12 बजे से शुरू होगी तो, परीक्षार्थियों को 11:45 बजे तक ही केंद्र के अंदर प्रवेश दिया जायेगा. सोमवार को आयोग के चेयरमैन आरके महाजन की अध्यक्षता में 15 मई को होने वाली सीडीपीओ परीक्षा से जुड़े जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक में इसकी जानकारी दी है. सीडीपीओ परीक्षा 21 मई को होगी.
बैठक में परीक्षा संचालन को लेकर विशेष निर्देश दिये गये हैं. यह परीक्षा एक पाली में दोपहर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक होनी है. अब इसमें सुबह 11:45 बजे तक ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में एंट्री दी जायेगी. इसके बाद किसी भी परिस्थिति में एंट्री नहीं मिलेगी. तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि प्रवेश के लिए परीक्षार्थियों को अधिक समय दे दिया गया है. अब परीक्षा शुरू होने से डेढ़ घंटा पहले परीक्षार्थी सेंटर के अंदर प्रवेश करेंगे. पहले यह एक घंटा था. गौरतलब है कि बीपीएससी 67वीं परीक्षा की पीटी का प्रश्नपत्र वायरल हो जाने के बाद आयोग काफी गंभीर है.
पटना . 67वीं बीपीएससी पीटी के पेपर लीक के खिलाफ छात्र संगठन एआइडीएसओ व युवा संगठन एआइडीवाइओ के संयुक्त तत्वावधान में पटना कॉलेज से जुलूस निकाल कर विश्वविद्यालय शताब्दी द्वार पर विरोध-प्रदर्शन किया गया. उन्होंने सरकार का पुतला दहन किया. कार्यकर्ता दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दो के नारे लगा रहे थे.
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शताब्दी द्वार पर छात्रों को संबोधित करते हुए एआइडीएसओ के बिहार राज्य सचिव विजय कुमार ने कहा कि परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले रैकेट के बड़े लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. इसी का नतीजा है कि हर परीक्षा में धांधली जारी है. एआइडीवाइओ के राज्य कार्यालय सचिव सरोज कुमार सुमन ने कहा कि पेपर लीक में शामिल दोषियों को कड़ी सजा व पारदर्शी तरीके से परीक्षा लेने की गारंटी के साथ नयी तिथि जारी नहीं की जाती है.
पटना . बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गयी. परीक्षा रद्द होने से परीक्षार्थी परेशान हो गये. देश के अलग-अलग राज्यों से परीक्षा देने हजारों परीक्षार्थी राज्य के अलग-अलग जिलों में पहुंचे थे. मुंबई से परीक्षा देने आयी स्वाति पिछले चार दिन पहले एक होटल में ठहरी थी. स्वाति का सेंटर बिहारशरीफ था. उन्होंने कहा कि पांच दिनों में 15 हजार से अधिक खर्च हुए.
परीक्षा देकर निकलने के बाद काफी खुश थी. रद्द होने के बाद काफी परेशान हूं. वहीं, परीक्षा देने वाले सौरभ कुमार सिंह ने कहा कि बीपीएससी की लापरवाही से परीक्षा रद्द हुई है. परीक्षा में शामिल होने वाले सभी परीक्षार्थियों को आयोग हर्जाना दे. पटना के प्रकाश सिंह का सेंटर अरवल था. उसने कहा कि इस तरह से परीक्षा रद्द होने से मानसिक परेशानी बढ़ जाती है.