बिहार को दहलाने की बड़ी साजिश नाकाम, गया में दस आईईडी, छह केन बम और चार सिलेंडर बम बरामद

सुरक्षा बलों ने आतंक की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है. गया में बाराचट्‌टी प्रखंड के नागोवार गांव से 400 मीटर दूर घने जंगल से एसएसबी और सीआरपीएफ के जवानों ने नक्सलियों द्वारा लगाये गये 10 आईईडी बम बरामद किये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 16, 2022 1:07 PM

गया. सुरक्षा बलों ने आतंक की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है. गया में बाराचट्‌टी प्रखंड के नागोवार गांव से 400 मीटर दूर घने जंगल से एसएसबी और सीआरपीएफ के जवानों ने नक्सलियों द्वारा लगाये गये 10 आईईडी बम बरामद किये हैं. बरामद किए गए सभी आईईडी 150-200 मीटर के दायरे में लगाए गए थे. दस आईईडी में से छह केन बम हैं और शेष चार सिलेंडर बम हैं. नक्सलियों ने सभी बमों को एक ही वायर से कनेक्ट किया था.

बम वायर से थे कनेक्ट

29वीं वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट हरे कृष्णा गुप्ता के नेतृत्व में विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया. इसमें 159 बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट कमलेश सिंह के निर्देश पर एसएसबी, बीबीपेसरा, सीआरपीएफ लुटुआ और लुटुआ थाने की पुलिस के एक संयुक्त दल ने पहाड़ी क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया था. सुरक्षाबलों ने 15 अगस्त की दोपहर से ही कार्रवाई शुरू की थी.

एक साथ 10 आइइडी बम बरामद

इसी दौरान जवानों एक साथ 10 आइइडी बम बरामद किए. सभी बमों को एक ही वायर से कनेक्ट किया गया था. बिजली के कोडेक्स तार पर जगह-जगह नक्सलियों ने गांठ भी दे रखे थे, ताकि ब्लास्ट जबर्दस्त तरीके से हो. बम को सुरक्षाबलों ने जंगल में ही डिफ्यूज कर दिया है. डिफ्यूज के समय धमाका इतना तेज हुआ कि वहां 15-20 मीटर के दायरे में करीब 3-4 फीट गहरा हो गया. आसपास के पेड़ों के पत्ते पुरी तरह से गिर गये.

फोर्स को हो सकता था बड़ा नुकसान

बताया जाता है कि ग्राम नागोवार से 400 मीटर दक्षिण में ये जंगली इलाका नक्सली के गढ़ छकरबंधा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां सुरक्षाबलों को घात लगाकर नुकसान पहुंचाने के लिए बम प्लांट किया गया था. नक्सलियों की मंशा सफल हो जाती तो फोर्स को बड़ा नुकसान हो सकता था.

नक्सलियों का मनोबल गिरा

आए दिन इस क्षेत्र के नक्सलियों की गिरफ्तारी और हथियार एंव बम बरामदगी से नक्सलियों का मनोबल गिरा हुआ है. इसी कड़ी में सुरक्षा बलों को एक और सफलता मिली. इस ऑपरेशन का नेतृत्व 29वीं वाहिनी एसएसबी बीबीपेसरा के सहायक कमांडेंट रामवीर कुमार और सीआरपीएफ लुटुआ कैंप के सहायक कमांडेंट अर्पण ने किया.

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