पूर्णिया के 150 साल के मेडिकल इतिहास में बड़ा दिन, एप्रन सेरेमनी के साथ शुरू हुई एमबीबीएस की पढ़ाई
पूर्वाह्न 11 बजे से एप्रन सेरेमनी प्रारंभ हुआ. इस संबंध में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, पूर्णिया के प्रिंसिपल प्रो. डॉ. इफ्तेखार अहमद ने बताया कि एप्रन सेरेमनी के बाद 10 अक्तूबर को पूर्वाह्न 9 बजे से प्रथम वर्ष की कक्षा शुरू हो जायेगी.
पूर्णिया. पूर्णिया के 150 साल के मेडिकल इतिहास में आज बड़ा दिन है. आज से राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, पूर्णिया में एमबीबीएस का प्रथम बैच विधिवत प्रारंभ हो गया. राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय के सभागार में आज पूर्वाह्न 11 बजे प्रथम बैच में नामांकित सभी मेडिकल स्टूडेंटस समारोहपूर्वक एप्रन धारण किया. इस खास पल का गवाह मेडिकल स्टुडेंट्स के माता-पिता व अभिभावक भी बने. इस पल को यादगार बनाने के लिए राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय ने पहले ही सभी तैयारी पूरी कर ली थी. पूर्वाह्न 11 बजे से एप्रन सेरेमनी प्रारंभ हुआ. इस संबंध में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, पूर्णिया के प्रिंसिपल प्रो. डॉ. इफ्तेखार अहमद ने बताया कि एप्रन सेरेमनी के बाद 10 अक्तूबर को पूर्वाह्न 9 बजे से प्रथम वर्ष की कक्षा शुरू हो जायेगी.
मेडिकल कॉलेज का सफरनामा
-
7 जनवरी 2012 : पूर्णिया में मेडिकल कॉलेज को मिली मंजूरी
-
17 फरवरी 2019 : सदर अस्पताल में केंद्रीय योजना का लोकार्पण
-
13 जून 2023 : 100 एमबीबीएस सीट की मिली स्वीकृति
जीएमसीएच का स्वरूप
-
– हरेक साल 100 एमबीबीएस सीटों पर दाखिला
-
– डॉक्टर समेत 2000 से अधिक होगा मानव संसाधन
-
– 600 बेड का मेडिकल कॉलेज
-
-50 बेड की आइसीयू
-
-ट्रॉमा सेंटर,सिटी स्कैन सेंटर
-
– 200 बेड की धर्मशाला शामिल
नेपाल-बंगाल तक के लिए मेडिकल हब है पूर्णिया
करीब 150 साल से पूर्वी बिहार की सेहत की रखवाली कर रहा पूर्णिया का सदर अस्पताल अब मेडिकल कॉलेज बन गया है. इस अवधि में पूर्णिया को पूर्वी बिहार के अलावे नेपाल-बंगाल तक के मेडिकल हब के रूप में पहचान मिली. साहेबगंज पुल बनने के बाद झारखंड को भी स्वास्थ्य सेवा देने के लिए पूर्णिया तैयार है. वर्तमान में भागलपुर में मेडिकल कॉलेज होते हुए भी नवगछिया तक के मरीज इलाज कराने पूर्णिया आते हैं.
Also Read: पिंडदान में क्या है ओल (सूरण), केला और मीन का महत्व, भगवान राम ने मांस से किसका किया था पिंडदान
100 सीट में 96 सीटें हुई फुल
राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, पूर्णिया में एमबीबीएस के प्रथम बैच की कुल 100 सीटों में से 96 सीटें फुल हो गयी हैं. एमबीबीएस के प्रथम वर्ष की पढ़ाई शुरू करने के लिए मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त संसाधन मौजूद है. राज्य सरकार ने एनाटोमी, फिजियोलॉजी और बायोकैमेस्ट्री के शिक्षकों की पदस्थापना कर दी है.
बुद्ध के दर्शन से होगा श्रीगणेश
पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में सबसे खास कुछ है तो वह है अकादमिक ब्लॉक के प्रवेश द्वार पर महात्मा बुद्ध की विशाल प्रतिमा. आज जब एप्रन सेरमेनी में छात्र-छात्राएं आये तो सबसे पहले उन्हें महात्मा बुद्ध के दर्शन हुए. इसी के साथ वे समाज व सेहत को संवर्द्धित करने की दिशा में अग्रसर होंगे.