पटना. नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार लोकसभा चुनाव को देखते हुए लगातार फैसले ले रही है. बिहार में युवाओं को लुभाने के लिए सरकार ने अलग से खेल विभाग के गठन का एलान करने के बाद चयनमुक्त की गई आंगनबाड़ी-सेविका और सहायिका को फिर से बहाल करने का फैसला लिया है. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पंचायत प्रतिनिधियों को बड़ी सौगात दी है. बिहार सरकार ने मुखिया समेत सभी पंचायत प्रतिनिधियों के मानदेय को बढ़ाने का फैसला लिया है.
शिष्टमंडल को मुख्यमंत्री ने दिलाया भरोसा
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को एक अणे मार्ग स्थित अपने आवास में मुखिया, उपमुखिया, सरपंच, उपसरपंच, वार्ड सदस्यों और पंचों के एक शिष्टमंडल से मुलाकात की. इस दौरान शिष्टमंडल ने अपनी समस्या मुख्यमंत्री के समक्ष रखी. समस्याओं को सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने शिष्टमंडल को भरोसा दिलाया है कि उन्होंने जो मांग रखी है, उसे ध्यान में रखते हुए मुखिया, उपमुखिया, सरपंच, उपसरपंच, वार्ड सदस्यों और पंचों के मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि की जाएगी.
पंचायती राज को किया जा रहा है मजबूत
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पंचायती राज व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाये गये हैं. वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद पंचायती राज व्यवस्था को बेहतर किया गया. पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया, इसके कारण बड़ी संख्या में महिलाएं समाज का नेतृत्व करने को लेकर आगे आयीं.
गांव की समस्याओं का हो त्वरित समाधान
मुख्य मंत्री ने कहा कि गांवों तथा टोलों में पक्की गली नाली का निर्माण कराया गया. हर घर तक नल का जल पहुंचाया गया. हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है. सभी पंचायतों के वार्डों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाया जा रहा है. सरकार द्वारा भवन का निर्माण कराया जा रहा है जिसमें पंचायत के सभी लोगों की समस्याओं का समाधान एक ही छत के नीचे हो सकेगा. आप सभी जनप्रतिनिधियों से मेरा आग्रह है कि समाज में सभी को साथ लेकर चलें और समस्याओं का समाधान करें.
विकास कार्य की हो सतत निगरानी
सीएम ने कहा कि खूब मन लगातार काम करें. गांवों के विकास के लिए जो कार्य किये गये हैं उसकी सतत् निगरानी करते रहें. मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी लोग बेहतर ढंग से काम करते रहें. आप सबने जो मांग की है, उसके आधार पर मुखिया, उप मुखिया, वार्ड सदस्य तथा सरपंच, उप सरपंच एवं पंच के मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि की जायेगी. अभी जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक़ मुखिया को 2500, उप मुखिया को भी 1200 , वार्ड सदस्य को 500 , सरपंच को 2500 और उप सरपंच को 1200, पंच को 500 वेतन मिलता है.
विजय चौधरी भी रहे मौजूद
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने शिष्टमंडल में शामिल प्रतिनिधियों से कहा कि वे सभी को साथ लेकर चलें और लोगों की समस्या का समाधान करें. गांवों के विकास के लिए जो काम किए जा रहे हैं उसकी निगरानी करें और बेहतर ढंग से काम करें. इस मौके पर वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी और पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम के अलावा विभाग के सभी बड़े अधिकारी मौजूद रहे.