पटना. छपरा के मशरख में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के कारणों की जांच कर रही बिहार पुलिस ने आज बड़ा खुलासा किया है. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने दावा किया है कि मशरख में जो शराब परोसी गयी, उसके निर्माण में दूसरे केमिकल होने के सबूत मिले हैं. विशेष जांच टीम के अब तक के अनुसंधान से यह बात सामने आयी है कि शराब में वो केमिकल मिले हैं, जिसका उपयोग शराब बनाने में नहीं होता है. एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के खुलासे से यह साफ होता है कि लोगों को जो शराब दी गयी थी वह जानलेवा थी. वैसे एडीजी ने कहा कि फिलहाल विसरा रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है. उस रिपोर्ट के आ जाने के बाद सारी चीजें सामने आ जायेंगी.
जहरीली शराब पीने से हुई मौत के बाद गठित जांच कमेटी के काम काज का ब्योरा देते हुए पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि जो केमिकल पुलिस ने जब्त की है और जो केमिकल विसरा में पाया गया है, दोनों को मैच कराया जा रहा है. रिपोर्ट जब तक मैच नहीं कर जाते, तब तक यह कह पाना मुश्किल होगा कि किस तरह के केमिकल को शराब में मिलाने से मृत्यु हुई है. मेरी जानकारी के मुताबिक इसमें किसी और तरह के केमिकल का प्रयोग हुआ है. कांड का अनुसंधान जारी है. पुलिस इंवेस्टिगेशन कर रही है. शीघ्र ही हम इस मामले में और कार्रवाई करेंगे. अब तक की कार्रवाई और रिजल्ट काफी अच्छा है.
इधर, छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कई लोगों का ईलाज चल रहा है. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में अब तक शराब पीने से मौतें हो चुकी है. इस मामले में पुलिस ने अब तक 153 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. इस बीच सारण से सटे गोपालगंज के इलाके में भी कुछ लोगों के बीमार होने की सूचना आ रही है. सिवान से पांच लोगों की मौत की खबर सामने आयी है. वहां भी लोगों की मौत का कारण भी जहरीली शराब का सेवन बताया जा रहा था. मामला भगवानपुर थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान गांव का है.