पटना. शहर के सभी नौ बड़े नालों की गुरुवार से सफाई शुरू होगी. इन नौ नालों की लंबाई लगभग 38 हजार मीटर है. बरसात के बाद नालों में जमा होनेवाली गाद को साफ किया जायेगा, ताकि नालों का पानी संप हाउस तक सही ढंग से पहुंच सके. एक माह में इन नालों की सफाई पूरी कर लेनी है. नगर निगम के सभी छह अंचलाें में इसकी तैयारी कर ली गयी है.
सफाई में बाधा नहीं हो, इसके लिए नालों पर से अतिक्रमण हटाने का काम चल रहा है. दो दिन पहले सर्पेंटाइन नाले पर बनी अवैध झोंपड़ियों को ध्वस्त किया गया. नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि माॅनसून के बाद नालों में जमी गाद की सफाई आवश्यक है. सभी बड़े नौ नाले के अलावा छोटे व मध्यम नालों की भी सफाई होगी.
पाटलिपुत्र, नूतन राजधानी व कंकड़बाग अंचलों में पहली बार आधुनिक मशीन पोकलेन सुपर लॉग रीच से नालों की सफाई होगी. इस मशीन की खासियत है कि यह जमीन से लगभग 50 फुट तक नीचे जाकर सफाई कर सकती है.
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बाइपास नाला 7275
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सर्पेंटाइन नाला 6039
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सैदपुर नाला 5900
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कुर्जी नाला 5480
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योगीपुर नाला 4050
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आनंदपुरी नाला 3050
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सिटी मोट नाला 1560
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बाकरगंज नाला 1454
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मंदिरी नाला 1250
इस मशीन के माध्यम से नाले में अंदर तक जमा गाद को साफ करने में सहूलियत होगी. तीनों अंचलों को एक-एक सुपर लॉग रीच मशीन उपलब्ध करायी गयी है.
नालों की सफाई में बेहतर काम करनेवाले अंचल को पुरस्कृत किया जायेगा. इसके लिए सफाई के स्तर पर नंबर निर्धारित किया गया है. इसका निरीक्षण का काम 15 जनवरी से 20 जनवरी तक है. अंतिम रिपोर्ट 23 जनवरी तक जमा होगी. बेहतर अंक लानेवाले अंचल 26 जनवरी को पुरस्कृत होंगे. स्वच्छ नाला प्रतियोगिता दो वर्गों में होनी है. प्रथम वर्ग में बड़ा नाला व दूसरे वर्ग में मध्यम व छोटे नाले शामिल हैं.