Bihar Liquor Case: बिहार में लगातार हो रही जहरीली शराब से मौत के बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है. छपरा, सिवान और बेगुसराय में जहरीली शराब से हो रही मौत का सिलसिला लगातार जारी है. इधर, छपरा पुलिस ने ताबड़तोड़ शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. छपरा शराब कांड की जांच के लिए एसआईटी टीम बनायी गयी है. एसआईटी टीम ने शराब माफिया अनिल सिंह को गिरफ्तार किया है. वहीं ऑपरेशन क्लीन के अंतर्गत 271 शराब कारोबारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात मशरक केयदुमोड़ केपास चिमनी केपीछेकेएक घर सेशराब की खेप सप्लाइ की गयी थी. इसी मुहल्ले के छह लोगों ने इस घर में बैठकर शराब का सेवन किया था. इनमें से पांच की बुधवार को हो मौत गयी थी, जबकि एक व्यक्ति का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि यह घर पहले से ही संदिग्ध रहा है. यहां देशी शराब के साथ अंग्रेजी शराब का कारोबार भी हो रहा था. पुलिस पहले भी यदु मोड़ के इलाकों में छापेमारी कर चुकी है. एसपी संतोष कुमार ने भी बताया था कि यदुमोड़ के आसपास के इलाके में जहरीली शराब सप्लाइ करने की बात सामने आयी है.
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सारण में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों का आंकड़ा 71 हो गया है. शनिवार को सात और लोगों की मौत हो गयी. इसके अलावा अब भी 11 लोग सदर अस्पताल में इलाजरत हैं. कई लोगों का इलाज पटना में भी चल रहा है. हालांकि, प्रशासन ने अभी तक सिर्फ 38 मौत की पुष्टि की है. इधर, प्रभात खबर की पड़ताल में पता चला कि सारण में हुई मौतों का कारण बनी जहरीली शराब की खेप मशरक के यदु मोड़ के एक घर से निकली थी. यहीं से यह शराब अमनौर व इसुआपुर होते हुए सीवान तक जा पहुंची. शराब सप्लाइ करने वालों के ठिकानों को चिह्नित कर पुलिस वहां से शराब भी बरामद कर चुकी है.