पटना. बिहार में नीतीश कुमार की सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देने की घोषणा की है. बिहार विधानसभा का बजट सत्र के 13 वें दिन सदन शुरू होने से पहले विपक्षी दल भाजपा ने किसानों का मुद्दा उठाया. भाजपा सदस्यों का कहना था कि पिछले दो दिनों में हुई बारिश और ओलावृष्टि से राज्य के किसानों की बड़ी मात्रा में फसल बर्बाद हुई है. कई किसान के सामने तो जीवन यापन का संकट पैदा हो गया है. विपक्षी दलों के साथ-साथ सत्ता पक्ष के सदस्य भी इस बात पर सहमत दिखे कि बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ है.
सदन शुरू होने के बाद सदन के अंदर भाजपा के बदले राजद के विधायकों ने सरकार से फसल क्षति मुआवजा देने की मांग रखी. कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि ये सवाल विपक्ष को लाना चाहिए था, लेकिन भाजपा का मकसद किसानों की बात करना नहीं, पूंजीपतियों की बात करना है, फोटो खींचना है. कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि सरकार को किसानों की चिता है. सरकार किसानों को फसल क्षति का मुआवजा देगी. क़ृषि मंत्री ने कहा कि फसल क्षति के कारण गया, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी में 16531 हेक्टेयर में फ़सल की क्षति हुई है.
कृषिमंत्री ने कहा कि सभी जिलाधिकारी को फ़सल क्षति का ब्यौरा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. क़ृषि पदाधिकारी को तीन-तीन बार समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है. जिलाधिकारी जैसे ही क्षतिपूर्ति की रिपोर्ट देंगे, सबको मुआवजा मिलेगा. कोई भी किसान नहीं छूटेगा. सबको क्षतिपूर्ति दी जाएगी. अभी चार या पांच जिले का आंकड़ा आया है. पूरे बिहार से आंकड़ा मंगवाया जा रहा है. स्पीकर ने क़ृषि मंत्री और अख्तरुल इश्लाम समेत सभी विधायकों को किसानों से जुड़े मसले पर सवाल लाने और सरकार की तरफ से जवाब दिए जाने पर धन्यवाद दिया.