विपक्षी दलों की अगली बैठक में और अधिक नेता हो सकते है शामिल, जानें भाजपा के खिलाफ क्या बन रही रणनीति..
Bihar News: बिहार में 23 जून को विपक्ष की बैठक हुई. इसमें कई दिग्गज नेता शामिल हुए. 15 भाजपा विरोधी दलों का पटना में जुटान हुआ. वहीं, आगामी बैठक को लेकर उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने कहा है कि आगामी बैठक में वह भी आएंगे, जो इस बैठक में नहीं आए. वहीं, हेमंत सोरेन ने कहा कि यह नई समूह की पहली झलक है.
Bihar News: बिहार में 23 जून को विपक्ष की बैठक हुई. इसमें कई दिग्गज नेता शामिल हुए. 15 भाजपा विरोधी दलों का पटना में जुटान हुआ. इसमें यह निर्णय लिया गया है कि 10 से 12 जुलाई को अगली बैठक का आयोजन शिमला में किया जाएगा. यह ऐलान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने किया. वहीं, आगामी बैठक को लेकर बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने बयान दिया है. मंत्री ने कहा कि अगली बैठक में और भी नेता आएंगे. जो, इस बैठक में नहीं आए थे. वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि अनेकता में एकता होती है और इसमें भी दरारें पड़ रही है. इस कमी को पूरा करने के लिए काम करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि यह नई समूह की पहली झलक है.
नए समूह की यह पहली झलक- हेमंत सोरेन
हेमंत सोरोन ने आगे कहा कि जो नए समूह को आप देख रहे है. उसकी यह पहली झलक है. यह शुरूआत इस देश के लिए मिल का पत्थर साबित होगी. मुख्यमंत्री ने कहा है कि इमानदार सोच के साथ हर मंजिल को पाया जा सकता है. वहीं, 23 जून को हुई बैठक के बारे में समीर महासेठ ने कहा है कि जिन्हें बुलाया गया, वह सभी लोग आए हैं. वहीं, जो बचे हुए है. उन्हें अगली बैठक में लेकर आ जाएंगे. दूसरी ओर विपक्षी एकता की बैठक को फेल बताए जाने पर इन्होंने कहा है कि भाजपा में विपक्ष के सारे गुण है, इसलिए मेरी शुभकामना है कि बीजेपी विपक्ष में ही रहे. दरअसल, उद्योग मंत्री राज्य के हाजिपुर जिले में खादी मेला का उद्घाटन करने पहुंचे थे. इसी दौरान इन्होंने मीडिया से बातचीत करने के दौरान यह बयान दिया है.
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इतिहास को नहीं बदले का है प्रयास- समीर महासेठ
मंत्री ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की. इसके अलावा स्टेडियम में लगे करीब 120 अलग-अलग खादी प्रदर्शनी कानून का मुआयना किया. इसके बाद बैठक को लेकर कहा है कि जो लोग नहीं आए है, अगली बैठक में वह सभी लोग आएंगे. साथ ही इन्होंने इस दौरान कहा है कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश जी और लालू प्रसाद जी का प्रयास है और कहीं ना कहीं सोच है, जो हमारा इतिहास है, उस इतिहास को ना बदला जाए.
Published By: Sakshi Shiva
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