पटना. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग हर महीने बिहार के अंचलाधिकारियों, डीसीएलआर और एडीएम रेवेन्यू का रिपोर्ट कार्ड जारी करता है. अंक के आधार पर रैंकिंग तय की जाती है. राजस्व विभाग की तरफ से फरवरी माह का डीसीएलआर का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया है.
फरवरी माह की डीसीएलआर की रैंकिंग में सुपौल जिले के निर्मली सब डिवीजन के डीसीएलआर नंबर-1 पर हैं. इन्हें 85.84 अंक मिले हैं. वहीं दूसरे नंबर पर पूर्वीचंपारण के अरेराज सब डिवीजन के डीसीएलआर हैं. उन्हें 81.80 अंक प्राप्त हुए हैं. तीसरे नंबर पर मधेपुरा के उदाकिशुनगंज सब डिवीजन है. चौथे नंबर पर बांका और पांचवें नंबर पर बेलसंड है.
नीचे से पांच सबसे खराब प्रदर्शन करनेवाले डीसीएलआर की बात करें तो मुंगेर सदर सबसे निचले पायदान पर हैं. जिन्हें महज 31.52 अंक मिले हैं. नीचे से दूसरे नंबर पर सहरसा सदर, नीचे से तीसरे नंबर पर सिमरी बख्तियारपुर, चौथे नंबर पर नीमचक बथानी और नीचे से पांचवें नंबर पर सासाराम सब डिवीजन शामिल है.
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने विभिन्न कामों के निबटारे की समीक्षा करता है. इसके लिए 100 अंक तय किए गए हैं. दाखिल खारिज के सुपरविजन में डीसीएलआर को 30 फीसदी अंक मिलते हैं. परिमार्जन के सुपरविजन में पांच फीसदी, भू लगान में पांच फीसदी, हल्का और अंचल के निरीक्षण में 10,बीएलडीआरए केस के डिस्पोजल में 20 फीसदी, दाखिल खारिज अपील केस में 20 परसेंट और अतिक्रमण वाद केस में 10 परसेंट अंक का प्रावधान किया गया है.