बिहार में पहली बार बिहार पुलिस सेवा (Bihar Police Service) के पदाधिकारियों के दूसरे चरण का अनिवार्य सेवाकालीन प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया है. आठ हफ्ते के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए 14 से 18 साल सेवा अवधि पूरी कर चुके 21 पुरुष व तीन महिला सहित 24 एएसपी व डीएसपी रैंक के अफसरों का चयन किया गया है. बिहार पुलिस के एडीजी (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने बताया कि प्रारंभिक चरण में पदाधिकारियों को राजगीर स्थित बिहार पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है. विशेषज्ञों के माध्यम से उनको विधि, पुलिसिंग, प्रबंधन तथा अन्य महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी दी जा रही है.
एडीजी ने बताया कि बिहार पुलिस अकादमी के बाद शारीरिक प्रशिक्षण हेतु पदाधिकारियों को झारखंड के हजारीबाग स्थित बीएसएफ कैंप में चार दिवसीय फील्ड ट्रेनिंग करायी जायेगी. यह ट्रेनिंग 22 से 25 मई तक चलेगी. इसके बाद 29 मई से दो जून तक तेलंगाना के राज्य पुलिस अकादमी में पांच दिवसीय प्रशिक्षण सह भ्रमण कार्यक्रम होगा. ट्रेनिंग के बाद इवैल्यूएशन होगा. प्रशिक्षणार्थियों से मिले फीडबैक के बाद अगर प्रशिक्षण कोर्स में कोई बदलाव की आवश्यकता महसूस होगी, तो उसे किया जायेगा.
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एडीजी मुख्यालय ने बताया कि राज्य सरकार ने 2020 में एक आदेश के तहत सीधी नियुक्ति के डीएसपी के लिए संपूर्ण सेवाकाल में दो प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया है. 2020 में कोरोना संकट के कारण यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सका. इसलिए 2023 में पहली बार 24 डीएसपी का बैच बना कर नौ मई से दूसरे फेज की ट्रेनिंग की शुरुआत की गयी है. सेवाकाल में सात से दस वर्ष पूरा होने पर पहला, जबकि 14 से 18 वर्ष पूरा होने पर दूसरा सेवाकालीन प्रशिक्षण अनिवार्य है.