पटना. बिहार के रसूखदारों से सरकार हथियार जब्त करेगी. बिहार में ऐसे कुल 662 रसूख वाले लोग हैं जिन्होंने पिछले चार साल से सरकारी आदेश को नजरअंदाज कर अपने पास हथियार रखे हुए हैं. ऐसे लोगों पर अब अब गृह विभाग सख्ती दिखाने जा रहा है. गृह विभाग ने ऐसे लोगों का आर्म्स जब्त करने का आदेश जारी किया है. गृह विभाग के विशेष सचिव दिनेश राय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 2019 में ही आर्म्स एक्ट में संशोधन हुआ था. उसमें साफ किया गया है कि कोई भी लाइसेंस धारक सिर्फ दो ही हथियार रख सकेंगे. दो को छोड़कर अन्य आर्म्स को लाइसेंसधारी को सरेंडर करना होगा. गृह विभाग ने 2019 से 2022 के बीच करीब एक दर्जन आदेश जारी किया. इसके बावजूद किसी ने हथियार जमा नहीं किया.
हथियार जब्त करने को लेकर सरकार अब सख्त हो गयी है. गुरुवार को गृह विभाग ने पत्र जारी कर तीन हथियार रखने वालों का तीसरा आर्म्स जब्त करने का आदेश दिया है. गृह विभाग के संयुक्ति सचिव दिनेश राय की ओर से जारी पत्र में ऐसे 662 लोगों की सूची जारी की गयी है, जिनके पास आर्म्स के तीन लाइसेंस हैं. गृह विभाग ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को भेजे गये पत्र में कहा है कि सूची में दर्ज तमाम लोगों से तीसरा हथियार जब्त कर, मुख्यालय को सूचित करें.
बिहार में दो से अधिक हथियार रखने वाले रसूखदारों की सूची लंबी-चौड़ी है. सूची में मुख्य रूप से बिहार के मंत्री रामानंद यादव, राजद विधायक भाई वीरेंद्र, मुजफ्फरपुर के विधान पार्षद दिनेश प्रसाद सिंह, सीतामढ़ी के विधायक सुनील कुमार, पूर्व मंत्री राम विचार राय, पूर्व मंत्री बसावन भगत, पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राम जतन सिन्हा, महाधिवक्ता पीके शाही, आईपीएस अधिकारी कुंदन कृष्णन, मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद, वरिष्ठ राजद नेता शिवानंद तिवारी के पुत्र विधायक राहुल तिवारी, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के साले सुभाष यादव, पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी, पूर्व गृह सचिव अफजल अमानुल्लाह शामिल हैं
सूची में तीन हथियार रखनेवाले अन्य प्रमुख नामों में से रिटायर्ड आईएएस शिशिर सिन्हा, इस्लामपुर के पूर्व विधायक राजीव रंजन, सुगौली विधायक शशिभूषण सिंह, कल्याणपुर विधायक मनोज यादव, पूर्व विधायक अवनीश सिंह, पूर्व सांसद ब्रह्ममानंद मंडल, बिहार योगा स्कूल के निदेशक स्वामी निरजनानंद, पूर्व मंत्री तस्लीमुद्दीन के पुत्र सरफराज आलम और मोकिमुद्दीन, नरपतगंज के पूर्व विधायक दयानंद यादव, पूर्व सांसद शैलेश कुमार, पूर्व सांसद सरफराज आलम की पत्नी सरवत जहां, गया के पूर्व एमएलसी अनुज सिंह, पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी, विधायक प्रेम कुमार, वाल्मीकिनगर विधायक के पिता हरेंद्र किशोर सिंह, कल्याणपुर विधायक मनोज यादव, पूर्व विधायक अवनीश सिंह, एमएलसी महेश्वर सिंह और वीआईपी प्रवक्ता देव ज्योति आदि शामिल हैं.