बिहार: अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर प्रशासन का चला बड़ा डंडा, कई सेंटरों को किया गया सील, जानें डिटेल
बिहार में अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर जिला प्रशासन के द्वारा बड़ी कार्रवाई की जा रही है. इसकी क्रम में मुजफ्फरपुर में टीम ने रेड करते हुए 28 केंद्रों को सील कर दिया.
बिहार में अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर जिला प्रशासन के द्वारा बड़ी कार्रवाई की जा रही है. इसकी क्रम में मुजफ्फरपुर में टीम ने रेड करते हुए 28 केंद्रों को सील कर दिया. बताया जा रहा है कि जिले में अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्राें द्वारा लगातार भ्रूण जांच पर साेमवार काे डीएम ने आपात बैठक की. बैठक में पता चला कि जिले में मात्र 261 अल्ट्रासाउंड केंद्र निबंधित है. लेकिन करीब 1000 से अधिक केंद्र संचालित है. इसके बाद टीम गठित कर एक साथ जिले में अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्राें व अस्पतालाें के विरूद्ध छापेमारी की गयी.
शहरी से लेकर ग्रामीण इलाके तक चला अभियान
शहरी इलाके में एसडीओ पूर्वी व पश्चिमी, सभी डीएसपी, इंस्पेक्टर के साथ स्वास्थ्य विभाग के एक-एक वरीय अधिकारी और ग्रामीण इलाके में बीडीओ-सीओ व थानाध्यक्ष, पीएचसी प्रभारी एक साथ मिलकर छापेमारी की. छापेमारी की खबर से अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालकाें में हड़कंप मच गया. टीम के पहुंचने के पहले ही कई संचालक केंद्र बंद कर फरार हाे गये. छापेमारी टीम ने जिन अल्ट्रासाउंड केंद्राें काे सील किया, उनका रजिस्टर व अन्य कागजात काे भी जब्त कर लिया गया है. अब टीम इन कागजाताें व रजिस्टर की जांच कर यह रिपाेर्ट देंगे कि काैन केंद्र कितने दिनाें से संचालित था.
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अब लगातार छापेमारी होगी: प्रभारी डीएम
प्रभारी डीएम आशुताेष द्विवेदी इसकी लगातार माॅनिटरिंग कर रहे हैं. सप्ताह में तीन दिन साेमवार, मंगलवार व बुधवार काे समूचे जिले में छापेमारी हाेगी. प्रभारी डीएम ने बताया कि यह छापेमारी लगातार हाेगी.पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट का उल्लंघन करने वाले पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. बता दें कि जिले में लिंगानुपात में भारी कमी को देख 19 मई काे मुख्य सचिव ने गहरी चिंता जतायी थी.
1000 पर सिर्फ 859 बेटियां
गली-माेहल्लाें में धडल्ले से संचालित हाे रहे अल्ट्रासाउंड केंद्राें के द्वारा भ्रूण जांच किए जाने से जिले में बेटियाें की संख्या में कमी हाे रही है. बताया जाता है कि जिले में 1000 बेटा के विरूद्ध मात्र 859 बेटी ही है. प्रखंडाें की स्थिति काफी खराब है. आंकड़े के मुताबिक बंदरा इलाके में 1000 के बेटे के विरुद्ध 951, सरैया इलाके में 765, कन्हाैली इलाके में 926, ब्रह्मपुरा इलाके में 867 बेटियाें का ही जन्म हाे रहा है.