पटना: मधुबनी के जिला कृषि पदाधिकारी और आत्मा के उपपरियोजना निदेशक के साथ अभद्र व्यवहार व मारपीट से नाराज होकर हड़ताल पर गये बिहार कृषि सेवा संघ से जुड़े पदाधिकारियों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है. शुक्रवार से कृषि विभाग के सभी पदाधिकारी-कर्मचारी अपने-अपने कार्य पर उपस्थित रहेंगे.
विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह करेंगे मामले की जांच
गुरुवार को संघ के पदाधिकारियों की कृषि विभाग के सचिव डॉ एन सरवण कुमार के साथ हुई बैठक में इस मामले की जांच विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह से कराने का आश्वासन मिलने पर संघ ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया.
संघ के महासचिव डॉ वेद नारायण सिंह ने बताया कि चालू रबी मौसम के कृषि कार्य एवं कृषक हित में बिहार सरकार द्वारा गठित जांच समिति पर विश्वास प्रकट करते हुए बिहार कृषि समन्वय समिति ने तत्काल प्रभाव से हड़ताल को समाप्त करने का निर्णय लिया है. आशा है कि जांचोपरांत मधुबनी के सदर एसडीओ अश्विनी कुमार के विरुद्ध नियमानुकूल कार्रवाई होगी.
‘विभाग के स्तर से की गयी कार्रवाई संतोषजनक’
महासचिव ने कहा कि मधुबनी प्रकरण पर अब तक विभाग के स्तर से की गयी कार्रवाई संतोषजनक रही है. कृषि सचिव के प्रयास से प्रकरण की जांच विकास आयुक्त बिहार से कराने की निर्गत सूचना की भी जानकारी मिली है. कृषि सचिव ने भरोसा दिलाया है कि कृषि विभाग के पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक के सभी संवर्ग के पदाधिकारी-कर्मचारी द्वारा की गयी हड़ताल अवधि को आकस्मिक अवकाश या उपार्जित अवकाश से सामंजित करने के अनुरोध पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर यथोचित आदेश निर्गत किया जायेगा.
क्या है मामला ?
मालूम हो कि मधुबनी के एसडीओ अश्विनी कुमार पर कृषि पदाधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार व मारपीट करने का आरोप लगाया गया है. मधुबनी डीएम ने इस मामले की जांच डीडीसी से करायी, जिसकी जांच रिपोर्ट पर बिहार कृषि सेवा संघ के पदाधिकारियों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए पूरे प्रदेश में कार्य बहिष्कार कर रखा था.