बिहार में मॉनसून दस्तक दे चुका है और खरीफ फसलों की बुवाई के लिए यह महीना महत्वपूर्ण माना जाता है.इस मौसम में फसलों के अतिरिक्त कुछ ऐसी सब्जियां भी हैं जिनका बंपर उत्पादन होता है. इसके अतिरिक्त इस मौसम में सब्जियों पर सिंचाई की की जरुरत नहीं पड़ती है. क्यों वह जरुरत बारिश के पानी से पूरी हो जाती है. जिससे सब्जी के उत्पादन पर आने वाले लागत में भी कमी आती है. प्रभात खबर कुछ ऐसी ही सब्जियों के संबंध में आपको बता रहा है.
बरसात के मौसम में खीरा, मूली की खेती फायदेमंद है. किसान इसकी खेती कर के अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. क्योंकि इन दोनों को बढ़ने के लिए धूप और पानी की अच्छी-खासी जरूरत पड़ती है जो कि इस मौसम में भरपूर मिलती है. इन दोनों फसलों को लगाने के लिए ज्यादा जगह की जरुरत भी नहीं पड़ती है. इसके साथ ही दोनों ही सब्जियां तीन से चार सप्ताह में तैयार भी हो जाती हैं. बीन्स और सेम की खेती के लिए भी जुलाई और अगस्त का महीना सबसे ठीक माना जाता है. ये दोनों पौधे बेलदार हैं. इ्न्हें ऐसी जगहों पर लगाएं जहां पर किसी जहां पर किसी पेड़ या दीवार का सहारा लेकर ये बढ़ सकें. इसके साथ ही हम करेला, हरी मिर्च, धनिया, बैंगन और टमाटर का भी उत्पादन कर सकते हैं.