बिहार के नर्सों के लिए अच्छी खबर, राज्य सरकार देगी प्रोमोशन, जानें क्या है स्वास्थ्य विभाग की योजना

स्वास्थ्य विभाग द्वारा एएनएम का स्टेट कैडर तैयार किया जा रहा है. अभी तक नर्सिंग क्षेत्र में सिर्फ एएनएम ही थी जिनकी प्रोन्नति का कोई रास्ता नहीं था. उनकी वरीयता का निर्धारण भी राज्य स्तर पर नहीं होता था. स्टेट कैडर तैयार होने से एएनएन संवर्ग में प्रोन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2023 10:32 AM

स्वास्थ्य विभाग द्वारा एएनएम का स्टेट कैडर तैयार किया जा रहा है. अभी तक नर्सिंग क्षेत्र में सिर्फ एएनएम ही थी जिनकी प्रोन्नति का कोई रास्ता नहीं था. उनकी वरीयता का निर्धारण भी राज्य स्तर पर नहीं होता था. स्टेट कैडर तैयार होने से एएनएन संवर्ग में प्रोन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा. अभी तक यह अवसर सिर्फ जीएनएम और ट्यूटर सिस्टर को ही मिलता था. मेडिकल की तरह एक ही परीक्षा से अंकों के आधार पर एएनएम व जीएनएम का प्रवेश मिलता है. जीएनएम या स्टाफ नर्सिंग का स्टेट कैडर है जिसके कारण उनको निर्धारित समय के अनुसार प्रोन्नति मिलती रहती है.

जीएनएम प्रशिक्षण के बाद उनकी पहली पोस्टिंग जीएनएम के रूप में होती है. उसके बाद वह प्रोन्नति पाकर वार्ड सिस्टर उसके बाद असिस्टेंट मैट्रन और उसके बाद मैट्रन या नर्सिंग सुप्रिटेंडेट के पद तक पहुंचती है. एएनएम का अभी तक कोई कैडर नहीं होने से उनको यह अवसर नहीं दिया जाता. पूर्व में एएनएम को विभागीय परीक्षा के आधार पर जीएनएम में प्रोन्नति मिलती थी जो वर्तमान में पूरी तरह से बंद है. उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव द्वारा एएनएम कैडर बनाने की घोषणा को लेकर इस कैडर के स्वास्थ्यकर्मियों में उत्साह है. अब एएनएम को प्रोन्नति मिलती है, तो पहली बार आगे के पद पर पहुंचने का रास्ता मिलेगा.

इसके साथ ही, अब मुजफ्फरपुर में सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों और ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने वाले सभी एएनएम अब ड्रेस में दिखेंगी. इसके अलावा आरोग्य सत्र पर काम करने वाली एएनएम को अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा बनाये गये माइक्रो प्लान के अनुसार काम करेंगी. जिले को 484 नयी एएनएम मिले हैं, इसके अलावा भी बहुतायत की संख्या में एएनएम जिले के विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में तैनात हैं. सिविल सर्जन डॉ उमेश चंद्र शर्मा ने निर्देश जारी किया है. सप्ताह में दो दिन चलने वाले आरोग्य सत्र स्थल के समय निर्धारण का भी कड़ाई से अनुपालन किया जाना तय किया गया है.

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