एंट्री लिकर टास्क फोर्स ने पिछले एक से 31 जुलाई 22 के बीच राज्यभर में 8440 लोगों की गिरफ्तारी की गयी है. पुलिस मुख्यालय ने बताया कि बक्सर में सबसे अधिक 1283 गिरफ्तारी हुई हैं. शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिये शराब का काला कारोबार करने वाले लोगों पर कार्रवाई के बनायी गयी इन दस्तों ने 233 स्थानों पर कार्रवाई की है. राज्य में देशी से अधिक विदेशी शराब अधिक जब्त हो रही है. देशी शराब 76052 लीटर तथा विदेशी शराब की मात्रा 100206 लीटर है. मुजफ्फरपुर शराब बरामदगी में सबसे ऊपर है. यहां 20320 लीटर शराब जब्त की गयी है. शराब की 2223 भट्ठियां नष्ट की गयी हैं.
बिहार में शराबबंदी में सबसे ज्यादा शराब मुजफ्फरपुर में 20320 लीटर जब्त किया गया. जबकि कैमूर में 19164, वैशाली में 10736, पटना में 9233 और मधुबनी में 9026 लीटर शराब जब्त की गयी है. वहीं जब कानून के उलंघन के मामले में राज्य में सबसे ज्यादा गिरफ्तारी बक्सर में 1283 लोगों की हुई है. इसके साथ ही मुजफ्फरपुर में 598, सारण में 443, भागलपुर में 429, और सीतामढ़ी में 355 लोग शराबबंदी कानून के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किये गये हैं. इन सभी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
छपरा में जहरीली शराब पीने से 13 लोगों की मौत हो गयी थी. इसके साथ ही कई लोगों ने 15 आंखों की रौशनी गंवाई थी. लोगों ने गवई पूजा में शराब पी थी. जिसके बाद ये हादसा हुआ. इस कांड में जिला प्रशासन और पुलिस के द्वारा 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अभी भी कई लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसके बाद पूरे जिले में युद्ध स्तर पर शराब माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. ऐसे में उम्मीद जतायी जा रही है कि इस महीने छपरा शराबबंदी में कार्रवाई पर सभी जिलों से आगे रहेगा.