दिवाली के बाद दिल्ली से अधिक जहरीली हुई बिहार की हवा, बेगूसराय-गया अधिक प्रदूषित, जानें अपने शहर का हाल..
Bihar Aqi Today: दिवाली 2023 की सुबह जब प्रदूषण स्तर को मापा गया तो दिल्ली से अधिक बिहार की हवा जहरीली पायी गयी. बेगूसराय और गया सबसे अधिक प्रदूषित मिला. पटना की हवा से अधिक कई शहरों की हवा पायी गयी. जानिए अपने शहर का एक्यूआई लेवल..
Bihar Aqi Today: दिवाली के अगले दिन बिहार के कई शहरों की आबोहवा बिगड़ी हुई है. राजधानी पटना समेत कई प्रमुख शहरों में प्रदूषण बढ़ गया है. सोमवार को बिहार के कई शहर दिल्ली से अधिक प्रदूषित पाए गए. हैरान करने वाली बात यह है कि राजधानी पटना से भी अधिक जहरीली अन्य कई शहरों की हवा पायी गयी है. कई शहर ऐसे हैं जिनाक एक्यूआई 300 के पार है. जबकि कई ऐसे शहर भी हैं जिनका एक्यूआई 400 के करीब पहुंच चुका है. इन शहरों की हवा को अधिक खराब की कैटेगरी में पाया गया. वायु गुणवत्ता सूचकांक की ताजा रिपोर्ट कई शहरों के लिए एक तरह से अलार्म है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, दिवाली की अगली सुबह यानी सोमवार को दिन के 9 बजे के डेटा के अनुसार, बिहार में बेगूसराय की हवा सबसे अधिक प्रदूषित पायी गयी. यहां DRCC आनंदपुर इलाके का एक्यूआई लेवल 397 दर्ज किया गया. जो बेहद खराब की श्रेणी में आता है. वहीं इसके बाद गया शहर की आबोहवा अधिक खराब पायी गयी. गया में कलेक्ट्रेट कार्यालय के पास का एक्यूआई सोमवार की सुबह 9 बजे 383 पाया गया. राजगीर का एक्यूआई 340 तो पूर्णिया का एक्यूआई लेवल मरियम नगर में 344 दर्ज किया गया जो बेहद खराब की कैटेगरी में आता है.
राजधानी पटना की बात करें तो सोमवार को सबसे अधिक प्रदूषित राजवंशीनगर इलाका रहा जहां का एक्यूआई सुबह 9 बजे 377 दर्ज किया गया. वहीं समनपुरा इलाके का एक्यूआई 370 तो डीआरएम ऑफिस दानापुर का एक्यूआई 356 पाया गया. यानी दिवाली के अगले दिन राजधानी पटना की हवा को भी बेहद खराब की ही श्रेणी में है. वहीं अन्य शहरों की बात करें तो भागलपुर में कचहरी चौक इलाके का एक्यूआई 332 तो मायागंज इलाके का एक्यूआई 350 पाया गया जो बहुत खराब की श्रेणी में है. मुजफ्फरपुर में MIT दाउदपुर कोठी के पास का एक्यूआई 300 दर्ज किया गया जो खराब की श्रेणी में है. मोतिहारी का एक्यूआई 259, समस्तीपुर का एक्यूआई 276, हाजीपुर का एक्यूआई 218, अररिया का एक्यूआई 212, और सासाराम का एक्यूआई 186 बताया गया है.
दिल्ली से बुरी बिहार की आबोहवाकेंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिवाली के बाद दिल्ली की हवा से अधिक जहरीली बिहार के कई शहरों की हवा है. बोर्ड के अनुसार, दिल्ली के द्वारका का एक्यूआई सोमवार को सुबह 9 बजे 320, ITO का एक्यूआई 294, रोहिणी इलाके का 304, जहांगीरपुरी का 349 तो आरकेपुरम इलाके का एक्यूआई 312 दर्ज किया गया है. उसी समय बिहार में बेगूसराय, गया, पटना समेत कई शहरों का एक्यूआई लेवल 370 से अधिक पाया गया. यानी बिहार के इन शहरों से अधिक सही हालत दिल्ली के इलाकों की रही है.
दिवाली के दिन बिहार की हवा..वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिवाली के दिन बिहार के कई शहरों की हवा जहरीली पायी गयी. पटना, पूर्णिया, राजगीर, छपरा और कटिहार को बोर्ड की सूची में बेहद खराब की श्रेणी में रखा गया था. देशभर के सैंकड़ों शहरों की बनी इस लिस्ट में बिहार के भी कई शहर शामिल किए गए थे.
दिल्ली व बिहार में पटाखों पर प्रतिबंधगौरतलब है कि दिल्ली प्रदूषण की मार झेल रहा है. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में इस बार दिवाली 2023 में पटाखों पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया था. हांलाकि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिबंध के बावजूद दिल्ली के कई इलाकों में आतिशबाजी की गयी. वहीं बात बिहार की करें तो यहां चार शहरों में आतिशबाजी पूरी तरह से बैन किया गया था. जबकि अन्य शहरों में ग्रीन पटाखों की अनुमति दी गयी थी. बता दें कि बिहार में प्रदूषण से बढ़ रहे खतरे को देखते हुए कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं.
बिहार का मौसम कैसा रहेगा..बिहार का मौसम भी अब करवट लेता दिख रहा है. दिवाली के पहले ही मौसम का मिजाज बदलने लगा और सुबह 7 बजे तक के करीब घना कोहरा छा रहा है. शाम ढलने के बाद लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है जबकि दोपहर में हल्की धूप खिली रहती है. बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, सबौर भागलपुर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, 13 नवम्बर से भागलपुर में अधिकतम तथा न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की कमी आ सकती है, 13 से 18 नवम्बर के बीच सुबह में कोहरा रह सकता है. नोडल पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि इस तिथि में दिन में धूप निकलेगी. अभी बारिश होने की संभावना नहीं है. इस दौरान आसमान साफ रहेगा और पश्चिमी हवा चलने की संभावना है. हवा की औसत गति 1 से 2 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है. उन्होंने किसानों के लिए सलाह दी है कि वे इस दौरान परिपक्व धान की कटाई करें. सब्जियों में आवश्यकता अनुसार सिंचाई करें. मक्का और सरसों की बुआई के लिए खेत तैयार करें.