लखनऊ: बिहार के ‘एटीएम बाबा गैंग’ ने एसबीआई के एटीएम से 39.56 लाख रुपये उड़ाये थे. इस गैंग ने एटीएम को काटकर यह रकम साफ की थी. सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने क्राइम ब्रांच और साइबर सेल के साथ मिलकर इस घटना में शामिल चार लोगों को हिरासत में लिया है. मुख्य आरोपी और उसकी पत्नी सहित कई अन्य बदमाश फरार हैं.
सुल्तानपुर रोड स्थित खुर्दही बाजार में 3 अप्रैल की रात को बदमाशों ने एसबीआई का एटीएम काटकर 39.56 लाख रुपये चुरा लिये थे. इस मामले की रिपोर्ट सुशांत गोल्फ सिटी थाने में लिखायी गयी थी. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि बदमाशों ने एटीम में लगे सीसीटीवी कैमरे पर ब्लैक स्प्रे मार दिया था. पुलिस ने किसी तरह सीसीटीवी से फुटेज निकाली थी बदमाशों का सुराग लगा.
सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि बदमाश कार से एटीएम तक आये थे. उनके साथ एक महिला भी थी. पुलिस ने कार नंबर के आधार पर जांच की और चार बदमाशों को पकड़ लिया. इनकी पहचान छपरा के रिविलगंज स्थित मोहब्बत परसा निवासी नीरज मिश्रा, दूसरा राघवपुर निवासी राज तिवारी, तीसरा बसडीला निवासी पंकज कुमार पांडेय उर्फ लीटर और बनियापुर के कराह गांव का कुमार भास्कर ओझा के रूप में हुई.
जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी के अनुसार बदमाशों के पास से 9,13,500 रुपये, बलेनो कार नंबर बीआर क्यू 0951, एक बाइक, तीन गैस पाइप, सिलेंडर बरारम हुआ. पूछताछ बदमाशों ने बताया कि गैंग का मुखिया छपरा के मोहब्बत परसा निवासी सुधीर मिश्रा उर्फ चुलबुल मिश्रा उर्फ एटीएम बाबा है. इस चोरी में एटीएम बाबा की पत्नी रेखा मिश्रा भी शामिल थी. इसके अलावा छपरा के लॉकेट गांव का निवासी भीम सिंह, संत कबीर नगर निवासी विजय पांडेय उर्फ सर्वेश पांडेय और देवेश पांडेय भी इस चोरी में शामिल था.
बताया जा रहा है कि बदमाशों ने इस एटीएम को निशाना बनाने के लिये दो महीने तक रेकी की थी. इसके बाद सरयू आपार्टमेंट में रहने वाले सर्वेश पांडे और देवेश पांडेय के फ्लैट में चोरी की योजना बनायी गयी. तीन अप्रैल को एटीएम काटकर रुपये पार कर दिये. चोरी करके भागने के बाद बदमाशों ने मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया, जिससे की पुलिस से बचा जा सके.
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में दिखी बलेनो कार के नंबर के आधार पर इस मामले का खुलासा किया. बदमाशों ने भागते समय कार की नंबर प्लेट भी कई बार बदली. इसका खुलासा हाईवे के टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों से हुआ. लेकिन कार के नंबरों के आधार पुलिस बिहार तक पहुंच गयी और बदमाशों को पकड़ लिया. लेकिन मुखिया एटीएम बाबा और उसकी पत्नी फरार हो गयी.