बिहार के मोतिहारी से बड़ी खबर सामने आई है जहां पीएफआई के ट्रेनर याकूब को गिरफ्तार किया गया है. बुधवार की सुबह बिहार एटीएस ने कार्रवाई की और चकिया से याकूब को गिरफ्तार किया है. एटीएस ने याकूब को एनआइए को सौंप दिया है. याकूब प्रतिबंधित संगठन PFI का ट्रेनर बताया जाता है और जांच एजेंसी के रडार पर था. इसी साल के शुरुआत में जब नेपाल के जनकपुर धाम के गंडकी नदी से शालिग्राम शिला (पत्थर) को अयोध्या ले जाया जा रहा था तो रास्ते में पूर्वी चंपारण के चकिया से गुजरने के दौरान कुछ असमाजिक तत्वों ने विवादित वीडियो बनाकर वायरल किए थे. इस प्रकरण में याकूब के साथियों को गिरफ्तार किया गया था.
बिहार एटीएस ने याकूब को गिरफ्तार किया और उसे एनआइए को सौंप दिया है. याकूब पीएफआइ का ट्रेनर है. बता दें कि याकूब का ट्रेनिंग देते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था. वहीं जब नेपाल के जनकपुर धाम के गंडकी नदी से शालिग्राम शिला (पत्थर) को अयोध्या ले जाया जा रहा था तो उस वक्त पूर्वी चंपारण में याकूब ने एक विवादित वीडियो रिकॉर्ड करके सोशल मीडिया पर वायरल किया था.
एनआइए का वांछित अभियुक्त रहा याकबू खान उर्फ सुल्तान चकिया थाना के मो. अयुब खान का बेटा है. उसे चकिया के ही गोवन्दरा गांव से गिरफ्तार किया गया और एनआइए को सौंप दिया गया. बताते चलें कि इस कांड में ही दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी पूर्व में हो चुकी है. दोनों को एटीएस ने ही गिरफ्तार करके एनआइए को सौंपा था.
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एटीएस से मिली जानकारी के अनुसार, पूर्व में पूर्वी चंपारण के मेहसी थाना के हरपुनाग के नईमुद्दीन अंसारी के बेटे इरशाद आलम को चंपारण तो मेहसी के हरपुरनाग के ही वार्ड नंबर 5 के अनवर हुसैन के बेटे मुमताज अंसारी को एटीएस ने तमिलनाडु से गिरफ्तार किया था.
गौरतलब है कि मोतहारी का चकिया और मेहसी पहले भी एटीएस और एनआइए के रडार पर रहा है. प्रतिबंधित संगठन पीएफआइ के टेरर मॉड्यूल को लेकर यहां कई बार छापेमारी की जा चुकी है. इससे पहले मोहम्मद विलाल को पकड़ा गया था जो ट्रेनर याकूब का ही राइट हैंड माना जाता है. उसे एनआइए ने शक के आधार पर हिरासत में लिया था और पूछताछ के बाद कई जगहों पर छापेमारी की थी. पीएफआइ के खतरनाक साजिश का पर्दाफाश हुआ था.
इससे पहले एनआइए ने तब मोहम्मद तनवीर और मोहम्मद आबिद को गिरफ्तार किया था. चार दिनों के अंदर तब एनआइए ने पीएफआइ के तीन खतरनाक सदस्यों को गिरफ्तार किया था. वहीं मोतिहारी में एनआइए लगातार कैंप करती रही. सूत्र बताते हैं कि याकूब को पकड़ने के लिए भी लगातार जानकारी बटोरी गयी. अंतत: बुधवार को याकूब को गिरफ्तार कर लिया गया.
गौरतलब है कि इस साल 2023 में मोतिहारी में एनआइए ने लगातार छापेमारी की है. पीएफआइ से जुड़े तीन लोगों को जनवरी में हिरासत में लिया गया था और पूछताछ की गयी थी. पीएफआइ सरगना रियाज मारूफ पर भी शिकंजा कसा गया था. अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर को उड़ाने की साजिश में कार्रवाई की गयी थी. केंद्रीय एजेंसी जब से चकिया और मेहसा थाना क्षेत्र में छापेमारी कर रही तब से इलाके के लोगों में खौफ है. पीएफआइ के राज्य सचिव रेयाज के घर पर एनआइए पहुंची थी. कुंअवा गांव से एक युवक को हिरासत में लिया गया था. मेहसी से दो लोगों को लेकर एनआइए गयी थी.
बता दें कि जब शालिग्राम शिला नेपाल से अयोध्या ले जायी जा रही थी तब राम मंदिर को उड़ाने की धमकी और साजिश रचते हुए एक वीडियो सामने आया था. सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी वायरल हुआ था. एनआइए ने इस मामले में काफी छापेमारी इन इलाकों में पूर्व में की है.
गौरतलब है कि पटना के फुलवारीशरीफ में पीएफआइ के ट्रेनिंग सेंटर का खुलासा हुआ था. जिसमें इसे चलाने वाले रेयाज मारुफ का नाम उछला. इसके बाद पटना लखनऊ और दिल्ली से एनआइए की टीम चकिया के कुंअगा गांव पहुंच गयी थी और ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. हालाकि उस दौरान मारूफ उनके हत्थे नहीं आया था.
पीएफआइ कनेक्शन को लेकर कुछ दिनों पहले दरभंगा और पटना के फुलवारीशरीफ में भी छापेमारी की गयी थी. तमिलनाडु से गिरफ्तार किए गए मुमताज अंसारी से पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर एनआइए ने रियाजुद्दीन के घर और दुकान में छापा मारा था. बताते चलें कि पीएफआइ केस में पूर्व में भी कई बार बिहार में छापेमारी की गयी है.