बिहार स्वास्थ्य विभाग द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की सुविधा बढ़ाने के लिए 100 बेड का प्रीफैब्रिकेटेड फील्ड अस्पताल का निर्माण कराया जायेगा. इस पर 7.10 करोड़ रुपये खर्च होंगे. साथ ही इस मेडिकल कॉलेज में दो करोड़ रुपये की लागत से 20 बेड के आइसीयू का निर्माण भी कराया जायेगा. इसके अलावा पीएमसीएच में 20 बेड का, जबकि श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 30 बेड के आइसीयू के निर्माण की तैयारी है. विभाग द्वारा अस्पतालों में अतिरिक्त सुविधाओं को जोड़ने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है. माना जा रहा है कि जून के पहले सभी अस्पतालों में आइसीयू की सुविधा का इजाफा हो जायेगा.
हर व्यक्ति का बनेगा आभा आइडी, होगा टेलीकंसल्टेशन
राज्य में 30 जनवरी से 13 अप्रैल तक अभियान के माध्यम से अधिकतम संख्या में आभा आइडी एवं टेलीकंसल्टेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. आभा आइडी में हर व्यक्ति का हेल्थ प्रोफाइल होगा. इससे उस व्यक्ति के बीमार पड़ने पर आइडी से पूरा ब्योरा चिकित्सक प्राप्त कर सकते हैं. बिहार में आभा आइडी अभियान के माध्यम से राज्य में कुल 20,31,000 आभा आइडी विकसित करने एवं प्रतिदिन 47,225 टेलीकंसल्टेशन करने का लक्ष्य निर्धारित है. अभियान में अधिकतम उपलब्धि करने वाले राज्यों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाना है.
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भी बढ़ेगा बेड
स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के तीन बड़े मेडिकल कॉलेजों में आइसीयू में 70 बेड अतिरिक्त जुड़ जाने से गंभीर मरीजों का सस्ता इलाज संभव होगा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्मी के दिनों में फैलने वाली गंभीर बीमारी एइएस के कारण मुजफ्फरपुर में पहले से ही तैयारी आरंभ कर दी है. यहां पर 30 अतिरिक्त बेड़ बढ़ने से बच्चों सहित अन्य प्रकार के मरीजों को मुफ्त में इलाज संभव होगा. इसी प्रकार से पीएमसीएच में 20 बेड और एनएमसीएच में 20 अतिरिक्त बेड बढ़ने से मरीजों को अधिक लाभ होगा.