बिहार के DGP हाल में हुए फेक कॉल प्रकरण के बाद चर्चे में हैं. गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार ने अपने ऊपर चल रहे शराब मामले के केस को हटवाने और मुख्यालय के बदले फील्ड में पोस्टिंग के लिए अपने एक ठग दोस्त से बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को फोन करवाया. खुद को जज बताकर फोन करने वाले अभिषेक अग्रवाल का दावा है कि डीजीपी उसके झांसे में आ गये थे. जिसके बाद अब भाजपा ने बिहार के डीजीपी के ऊपर सवाल खड़े किये हैं.
बिहार भाजपा के अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने बिहार के डीजीपी पर निशाना साधा और पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवाल किये. संजय जायसवाल ने हाल में ही फर्जी जज बनकर कॉल करने वाले मामले को लेकर बिहार के डीजीपी को घेरा और कहा कि राज्य की पुलिस का हाल यह है कि एक फ्रॉड अपने आप को चीफ जस्टिस बताते हुए डीजीपी से गलत काम करवा लेता है.
संजय जायसवाल ने कहा कि जब एक फ्रॉड खुद को चीफ जस्टिस बताकर डीजीपी से गलत काम करवा लेता है और उन्हें पता तक नहीं चलता तो फिर पुलिस फोर्स की हालत समझी जा सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले की निष्पक्ष तरीके से वर्तमान हाइकोर्ट जज से जांच कराये. वहीं अब ये मामला भी गरमाने लगा है. दूसरी तरह खुद डीजीपी ने भी इसपर अपनी चुप्पी तोड़ी है.
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इधर, जब इस मामले ने सियासी रंग पकड़ा तो खुद बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ये मामला बेहद पेंचिदा है. पॉल्टिकल बातों में नहीं पड़ेंगे लेकिन सही समय आने पर जवाब जरुर देंगे. डीजीपी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है. हमारी जांच एजेंसी पूरी तरह सक्षम है. साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि कही सुनी बातों पर नहीं जाना चाहिए.
Posted By: Thakur Shaktilochan