बिहार में सियासी घमासान के बाद बीजेपी अब सत्ता से बाहर हो चुकी है. नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के साथ नई सरकार बना चुके हैं और आज मंगलवार को नीतीश कुमार की नई कैबिनेट का विस्तार भी हो गया है. नीतीश कैबिनेट में कुल 31 मंत्री मंत्रिमंडल में शामिल हुए. इन सब के बीच जहां कैबिनेट विस्तार के बाद महागठबंधन खेमे में जश्न का माहौल है.
वहीं, बिहार बीजेपी अब नई चुनौतियों का सामना करने के लिए एक नए फायर ब्रांड चेहरे की तलाश कर रही है. इसको लेकर आज शाम साढ़े चार बजे दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा बिहार बीजेपी के वरीय नेताओं के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में आगे की रणनीति और नेता प्रतिपक्ष पद के लिए नए तेज तर्रार चेहरे के नाम पर विचार विमर्श किया जाएगा.
बता दें कि बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक दिल्ली पार्टी मुख्यालय में होगी. बैठक साढ़े चार बजे से होगी. नीतीश कुमार से अलग होने के बाद बीजेपी आज होने वाली बैठक में आज रणनीति बनाएगी. बैठक में बिहार बीजेपी के बीस से अधिक वरीय नेता भाग लेगें. जिसमें बीजेपी के फायर ब्रांड नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, अश्वनी चौबे, राज्य सभा सांसद सुशील मोदी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद सिंह और बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल समेत अन्य नेता पार्टी की इस अहम बैठक में शामिल होंगे.
दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी के केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष, धर्मेंद्र प्रधान व अन्य शामिल होंगे. बैठक में गृह मंत्री अमीत शाह के शामिल होने की सूचना है. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सामना करने के लिए नई रणनीति बनाई जाएगी. संभवत: बैठक के बाद बिहार नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा भी की जा सकती है.
बता दें कि बीजेपी अब बिहार में विपक्ष की भूमिका में आ गई है. नीतीश-तेजस्वी सरकार को घेरने के लिए बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए बीजेपी को एक तेज तर्रार चेहरे की तलाश है. बड़ा सवाल यह है कि कुछ दिनों पहले तक तेजस्वी यादव जिस भूमिका में थे, बीजपी अब उस भूमिका के लिए किस पर विश्वास करेगी.
बीजेपी नेता प्रतिपक्ष पद के लिए सामाजिक समीकरणों का भी खास ख्याल रख रही है. सामाजिक समीकरणों के अनुसार नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार, अमरेन्द्र प्रताप सिंह के नाम की चर्चा नेता प्रतिपक्ष पद के लिए किया जा रहा है. इन नामों के बीच एक नए नाम की भी चर्चा है पथ मंत्री रह चुके नितिन नवीन की. वहीं, विजय कुमार सिन्हा का नाम नेता प्रतिपक्ष पद के लिए सबसे आगे चल रहा है.ता दें कि बिहार में एनडीए की सरकार रहते विजय सिन्हा और नीतीश कुमार के रिश्ते सरकार में रहते हुए भी सामान्य नहीं थे.
बीजेपी को नेता प्रतिपक्ष पद के लिए एक मजबूत चेहरे की तलाश है. जो 2025 विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा भी बन सके. इसके अलावे 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी को जीत दिलाने में अहम रोल निभा सके. कुल मिलाकर अगर साफ शब्दों में कहें तो फिलहाल विजय कुमार सिन्हा का नाम नेता प्रतिपक्ष के लिए सबसे आगे चल रहा है.