बिहार: जेल से आनंद मोहन (Anand Mohan) समेत 27 लोगों की रिहाई का नोटिफिकेशन जारी हो गया है. इससे बिहार की राजनीति एक बार फिर से गर्म हो गयी है. आनंद मोहन की रिहाई का जहां जीतनराम मांझी खुलकर विरोध कर रहे हैं. वहीं, नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने सरकार से बड़ी मांग कर दी है. उन्होंने कहा कि सरकार को आनंद मोहने से सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए. सरकार ने उन्हें गलत तरीके से जेल में रखा था. बता दें कि आनंद मोहन अभी पे रोल पर जेल से बाहर हैं. वो जेल से बाहर अपने बेटे के सगाई के लिए आए थे.
विजय सिन्हा ने शराबबंदी को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार सरकार की नीति और नियत साफ नहीं है. नियत में खोट होने के कारण नीति में सफलता नहीं मिल रही है. सरकार शराबबंदी कर रही है, दूसरी तरफ जदयू के लोग भी शराब बिकवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में अगर भाजपा की सरकार बनती है तो पूर्ण शराबबंदी नहीं बल्कि पूर्ण नशाबंदी कानून लागू किया जाएगा. जिस तरह से बिहार के स्कूल और कॉलेजों में सफेद जहर पहुंच रहा है, राज्य को उड़ता पंजाब बनाया जा रहा है. मगर, सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं है.
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सदन में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार नयी शिक्षक नियुक्ति नियमावली लेकर आयी है. अब पहले से सीटीईटी और एसटीईटी पास अभ्यर्थियों को परीक्षा देने की क्या जरूरत है. ये सीधे रुप से अभ्यर्थियों की दोहन और शोषण नीति है. सरकार फिर से नियुक्ति घोटाला का नया खेल खेलने की कोशिश कर रही है. बीपीएससी के माध्यम से परीक्षा का आयोजन करके सभी अभ्यर्थियों को इसके लाभ से वंचित कर दिया है. गौरतलब है कि नयी नियुक्ति नीति का शिक्षक अभ्यर्थी पहले से विरोध कर रहे हैं.