Bihar: बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी को लेकर बिहार विधानसाभा में शुक्रवार को बीजेपी की तरफ से जबरदस्त हंगामा किया गया. बिजली बिल की दरों में बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव जैसे ही सत्ता पक्ष के द्वारा सदन में लाया गया. भाजपा ने हंगामा करते हुए रिपोर्ट को टेबल पर पटक दिया. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों को शांत करने की कोशिश की. जब बात नहीं बनी तो उन्होंने कहा कि तानाशाही रवैया नहीं चलेगा आप लोग तानाशाही रवैया अपना रहे हैं. हालांकि, इसके बाद सदन में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा को बोलने का मौका दिया गया.
गरीबों पर कोई असर नहीं पड़ेगा: मंत्री
बिहार में प्रस्तावित बिजली बिल की दरों में वृद्धि के प्रस्ताव पर बोलते हुए विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिजली बिल की दरों में वृद्धि का जो प्रस्ताव है, वो गलत है. इसे सरकार को वापस लेना चाहिए. इससे गरीब और मध्य वर्ग पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा. 24 प्रतिशत बिजली बिल में बढ़ोत्तरी आमलोगों के लिए एक बड़ी परेशानी है. बिहार के उद्योग पर बड़ा और भारी असर पड़ने वाला है. विजय सिन्हा के सवाल का जवाब देते हुए विभागीय मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि वृद्धि वापस नहीं लिया जाएगा. मगर, इससे गरीबों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
रेगुलेटरी बोर्ड लेता है बिजली बिल वृद्धि का निर्णय: मंत्री
विजेंद्र यादव ने कहा कि बिजली बिल वृद्धि का निर्णय रेगुलेटरी बोर्ड के द्वारा लिया जाता है. बिहार में बिजली की दरों में चार सालों से कोई वृद्धि नहीं हुई है. इस बार के बिजली बिल में बढ़ोत्तरी से गांव और कस्बे के लोगों पर असर नहीं होगा. इसके लिए सरकार के द्वारा आश्वस्त किया जाता है. बता दें कि बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली दर बढ़ोतरी की मंजूरी दी है. आयोग के अनुसार बिजली बिल में 24.01 प्रतिशत की बड़ी वृद्धि की जा रही है. इसके साथ ही, फिक्स चार्ज को दो गुना किया गया है. बताया जा रहा है कि बिजली कंपनियों ने बिल में 40 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव दिया था.