बिहार के भागलपुर जिला अंतर्गत पीरपैंती से भाजपा विधायक ललन कुमार इन दिनों सुर्खियों में है. ललन कुमार एक तरफ जहां देवी-देवताओं पर दिये अपने विवादित बयानों से घिरे हैं वहीं उन्होंने श्राद्ध भोज का विरोध भी किया. कुछ दिनों पहले ही ललन कुमार ने श्राद्ध भोज को गलत बताकर इसे ना ही आयोजित करने और ना ही कहीं जाकर खाने का प्रण लिया था. लेकिन अपनी मां की तेरहवीं पर जब उनके यहां भारी संख्या में लोग जुटे और भोजन किया तो सोशल मीडिया पर इसे लेकर तरह-तरह के सवाल उठने लगे…
दरअसल, पीरपैंती से भाजपा के विधायक हैं ललन कुमार. जिन्हें कुछ दिनों पहले मातृशोक हुआ. मां के निधन के बाद उन्होंने मीडिया के सामने आकर ये बयान दिया कि वो मृत्यु के बाद होने वाला श्राद्ध भोज आयोजित नहीं करेंगे. ललन कुमार ने इस परंपरा को गलत बताया और कहा कि उन्होंने प्रण लिया है कि वो ना तो किसी तरह का श्राद्ध भोज आयोजित करेंगे और ना ही किसी के श्राद्ध भोज में खुद जाकर भोजन करेंगे. ललन कुमार के इस बयान के बाद अलग-अलग तरह की चर्चा सोशल मीडिया पर शुरू हुई. इसी बयान की एक कड़ी पर ललन कुमार को विरोध का भी सामना करना पड़ा.
बुधवार को ललन कुमार के घर पर उनकी दिवंगत मां की तेरहवीं पर लोगों का जुटान हुआ. लेकिन इसी दौरान ललन कुमार फिर एकबार लोगों के निशाने पर रहे. दरअसल, ललन कुमार ने अपने घर पर आयोजित कार्यक्रम में भोजन का भी इंतजाम किया था. इस दौरान उनके यहां की तस्वीरें भी बाहर आई जिसमें भारी तादाद में लोगों का जुटान हुआ. जिसमें कई वीआइपी भी शामिल थे. वहीं सोशल मीडिया पर लोग अब उनके प्रण को याद दिलाते नजर आ रहे हैं.
Also Read: Bihar: लक्ष्मी पूजा से धन मिलेगा तो क्या मुसलमान अरबपति नहीं? BJP विधायक ललन का हिंदू मान्यता पर सवालबता दें कि ललन कुमार ने यह भी कहा था कि वो इस दौरान अपने गोतिया और घाट पर गये कुछ 200-300 लोगों को बुला रहे हैं. लेकिन इसपर भी लोगों ने सवाल खड़े किये थे. वहीं तस्वीरों में कई बड़े नेता भी दिख रहे हैं. कार्यक्रम में 500 से अधिक लोगों के जुटने की बात सामने आ रही है जिनके लिए भोजन का भी इंतजाम किया गया था. बता दें कि ललन कुमार ने इसी क्रम में एक बयान दिया जिससे विवाद गहराया था. ललन कुमार ने देवी-देवताओं की मान्यता पर सवाल खड़े किये थे जिससे वो विवादों में घिर गये.
Posted By: Thakur Shaktilochan