बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में लगे हुए हैं. अपने तीन दिनों के दिल्ली दौरे के बाद वो गुरुवार की शाम पटना पहुंचे. पटना पहुंचते ही, उन्होंने कहा कि कई लोगों से मुलाकात हुई, सभी एकजुटता के पक्ष में हैं. मगर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samarat Chaudhary) ने विपक्षी एकता की कोशिशों को असफल करार दे दिया. उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की आंधी चल रही है. इससे विपक्ष का मन और मनोबल टूट चूका है. यही कारण है कि एक दूसरे को पानी पी पीकर कोसने वाले लोग भी आज एक साथ खड़े होने को मजबूर हो गए हैं.
सम्राट चौधरी ने विपक्षी एकता की कोशिशों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि चुनाव से पहले ये एकता ताश के महल की तरह ध्वस्त हो जाएंगे. इसमें शामिल हो रहा हर दूसरा व्यक्ति प्रधानमंत्री पद का दावेदार है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बताया चाहिए कि विपक्ष की बारात का दूल्हा कौन है. उन्होंने बिहार के लोगों को भरोसा दिया कि राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी. और ये सरकार लव-कुश यानि कुर्मी-कुशवाहा की मदद से बनेगी.
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने उत्तर प्रदेश में अपराधियों के एनकाउंटर पर कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी तो अपराधी अपने घरों से बाहर निकल नहीं पाएंगे. वहीं, नेता प्रतिपक्ष विजय ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महागठबंधन में स्वार्थ की राजनीति ही अब ऐजेंडा है. दिल्ली में तीन दिनों में भी महागठबंधन को वास्तविक विपक्षी एकता में सफलता नहीं मिली. महागठबंधन के शीर्ष नेता दिल्ली की गलियों में भटक रहे हैं. दिल्ली में तो किसी की दाल नहीं गलेगी, मगर इस चक्कर में बिहार बद से बदतर होता जा रहा है.