Bihar Board 10th Result 2021: बिहार बोर्ड मैट्रिक की कॉपियों की जांच आज से 24 मार्च तक, जानिए कब आएगा रिजल्ट?
Bihar Board 10th Result 2021: मैट्रिक परीक्षा 2021 (BSEB Matric Exam 2021) की कॉपियों की जांच 12 मार्च से 150 से अधिक केंद्रों पर शुरू हो जायेगी. बोर्ड की तरफ से जारी दिशा-निर्देश को ध्यान में रखते हुए मूल्यांकन (Matric Copy Evaluation) किया जायेगा. मूल्यांकन में शामिल सभी शिक्षक आज शाम तक अपना योगदान मूल्यांकन केंद्रों पर देंगे.
Bihar Board 10th Result 2021: मैट्रिक परीक्षा 2021 (BSEB Matric Exam 2021) की कॉपियों की जांच 12 मार्च से 150 से अधिक केंद्रों पर शुरू हो जायेगी. बोर्ड की तरफ से जारी दिशा-निर्देश को ध्यान में रखते हुए मूल्यांकन (Matric Copy Evaluation) किया जायेगा. मूल्यांकन 12 से 24 मार्च तक चलेगा.
मैट्रिक परीक्षा 2021 की कॉपियों की जांच सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक एक पाली में ही करायी जायेगी. बोर्ड ने कहा है कि अगर कोई प्रधान परीक्षक, सह परीक्षक चाहें, तो मूल्यांकन केंद्र पर निर्धारित अवधि के बाद स्वेच्छा से आवश्यकतानुसार सुबह सात बजे तक मूल्यांकन कार्य कर सकते हैं.
इसके लिए अल्पाहार के मद में 40 रुपये की दर से अतिरिक्त राशि का भुगतान मूल्यांकन केंद्र निदेशक द्वारा किया जायेगा. बिहार बोर्ड 10वीं यानी मैट्रिक परीक्षा का परिणाम अप्रैल के पहले हफ्ते में आने की संभावना है.
Matric Result 2021: सेम डे होगी कंप्यूटर में अंकों की इंट्री
पटना के 14 मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपियों की जांच सीसीटीवी की निगरानी में होगी. प्रत्येक मूल्यांकन केंद्र पर छह कंप्यूटर रहेंगे. पिछले वर्ष की तरह इस बार भी मूल्यांकन केंद्रों में उत्तर पुस्तिकाओं के अंकों की प्रविष्टि कंप्यूटर द्वारा की जायेगी. कॉपी जांचने के तुरंत बाद अंक की कंप्यूटर में इंट्री की जायेगी.
प्रत्येक मूल्यांकन केंद्र पर लगभग 100 से 250 परीक्षक रहेंगे. पर्याप्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति रहेगी. 200 गज की परिधि में धारा 144 लागू रहेगी. गड़बड़ी व कदाचार करने वाले पर कार्रवाई की जायेगी.
Matric Result 2021: अतिथि शिक्षक भी बनाये जा सकेंगे परीक्षक
कॉपी जांच के लिए परीक्षा नियंत्रक माध्यमिक ने सभी मूल्यांकन केंद्र निदेशक को कई निर्देश भी दिये हैं. मूल्यांकन में आवश्यकतानुसार अतिथि शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति परीक्षक के रूप में की जा सकती है. जिला शिक्षा पदाधिकारियों को मूल्यांकन केंद्रों पर जाकर समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है. कितने परीक्षकों ने योगदान दिया, इसकी सूची भी तैयार करने को कहा है. परीक्षकों की कमी होने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी या मूल्यांकन केंद्र निदेशक स्वयं योग्य शिक्षक की नियुक्ति स्थानीय स्तर पर आवश्यकतानुसार परीक्षक के रूप में कर सकते हैं.
Posted By: Utpal kant