Bihar Board 12th Result: गरीबी से उबरने को की दिन-रात मेहनत, जानिये इंटर टॉपर संगम राज की पूरी कहानी

संगम तीन भाइयों में मंझला है. मां और पिता मेहनत कर अपनी कमाई का कुछ हिस्सा खर्च करते हैं. माता-पिता अपने बेटे की सफलता पर फूले नहीं समा रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2022 8:10 PM
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गोपालगंज. मजबूत इरादे तथा कठोर परिश्रम मंजिल को आसान कर देती है. इस लोकोक्ति को चरितार्थ कर दिया है जिले के छात्र संगम राज ने, जिन्होंने 482 अंक हासिल कर आर्ट्स में स्टेट टॉपर का दर्जा प्राप्त किया है. वीएम प्लस टू विद्यालय के छात्र संगम राज का परिवार हजियापुर वार्ड सात में एक छोटे से मकान में रहता है.

उसके पिता जनार्दन साह इ-रिक्शा चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं. मां सीमा देवी आंगनबाड़ी सेविका हैं. माता-पिता अपने बेटे की सफलता पर फूले नहीं समा रहे हैं. अपनी सफलता पर संगम राज ने कहा कि हर छात्र सपना देखकर माहौल तैयार कर ले, तो मंजिल निश्चित मिल जायेगी.

उसने कहा कि सतत पढ़ाई ही उसकी सफलता का मूल कारण है. उसका सपना स्नातक कर यूपीएससी परीक्षा में सफल होना है. उसने कहा कि इंटर की परीक्षा देने के बाद से ही सफलता को ध्यान में रखकर पढ़ाई जारी रखी है. सदर प्रखंड के कटघरवा गांव के रहने वाले जनार्दन साह के पुत्र संगम राज साधारण परिवार से आते हैं. वो वीएम इंटर कॉलेज का छात्र है.

संगम राज ने 482 अंक हासिल कर आर्ट्स में स्टेट टॉपर का दर्जा प्राप्त किया है. संगम राज का परिवार मूलत: दियारे के कटघरवा गांव का रहने वाला है. तीन साल पूर्व गंडक के कटाव से विस्थापित होकर संगम के पिता जनार्दन साह हजियापुर में आकर एक छोटे से किराये के मकान में रहने लगे.

रोजी-रोटी के लिए जनार्दन साह ई-रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं. मां सीमा देवी आंगनबाड़ी सेविका हैं. संगम तीन भाइयों में मंझला है. मां और पिता मेहनत कर अपनी कमाई का कुछ हिस्सा खर्च करते हैं. माता-पिता अपने बेटे की सफलता पर फूले नहीं समा रहे हैं.

बेटे की सफलता पर उसके पिता ने कहा कि हम तो गरीब हैं. ई-रिक्शा चलाकर कुछ कमा लेते हैं. मेरा ध्यान बच्चों के पढ़ाई पर रहता है. हमारे तीनों लड़के मेहनत की कमाई का सदुपयोग कर पढ़ाई करते हैं. इधर अपनी सफलता पर संगम राज ने कहा कि हर छात्र अपने मस्तिष्क में सफलता की राह देखकर माहौल तैयार कर ले तो मंजिल मिल जाएगी. इसमें गरीबी कहीं से बाधक नहीं है.

अगर कोई गरीब है तो उसे अमीर बनने के लिए और मंजिल पाने के लिए लख्य के साथ मेहनत करना ही होगा. उसने कहा कि सतत पढ़ाई ही मेरी सफलता का मूल कारण है. उसका सपना स्नातक कर यूपीएससी परीक्षा में सफल होना है. उसने कहा कि इंटर की परीक्षा देने के बाद से ही सफलता को ध्यान में रखकर मैंने पढ़ाई जारी रखी है.

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