पटना. बिहार बोर्ड के इंटर का रिजल्ट आ चुका है. इस साल पढ़ाई के मामले में लड़कियों ने लड़कों को सभी मोर्चों पर पीछे छोड़ दिया है. इस साल तीनों संकायों में लड़कियां न केवल टॉपर रहीं हैं, बल्कि लड़कों के मुकाबले पास करने का प्रतिशत भी उनका ज्यादा रहा है. तीनों संकायों में लड़कियों के मुकाबले लड़कों का सफलता दर तीन से पांच प्रतिशत तक कम है. लड़कियों का प्रदर्शन हर मामले में लड़कों से बेहतर रहा है.
इस साल फरवरी में आयोजित हुई 12वीं इंटर की परीक्षा में आर्ट्स संकाय में पूर्णिया की रहनेवाली मोहद्दिशा टॉपर बनीं हैं. आर्ट्स संकाय में कुल 4 लाख 13 हजार 489 लड़कियों ने परीक्षा दिया था, वहीं लड़कों की संख्या 2 लाख 55 हजार 37 थी. परीक्षा में सम्मिलित लड़कियों में से 3 लाख 48 हजार 706 उतीर्ण रहीं, जबकि 2 लाख 4 हजार 444 लड़के ही परीक्षा पास कर पाये. 84.33 प्रतिशत लड़कियों ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की, जबकि लड़कों का सफलता प्रतिशत मात्र 80.16 रहा.
विज्ञान संकाय में खगड़िया की आयुषी नंदन ने टॉप किया है. इस संकाय में कुल 2 लाख 855 लड़कियों ने परीक्षा में हिस्सा लिया था. वहीं लड़कों की संख्या 3 लाख 85 हजार 677 थी. कुल 1,74 711 लड़कियां और 3,17,589 लड़के इस परीक्षा में उतीर्ण हुए. इस संकाय में भी लड़कियों की सफलता प्रतिशत लड़कों से ज्यादा रही. लड़कियों की सफलता प्रतिशत 86.98 है, जबकि महज 82.35 प्रतिशत लड़के ही परीक्षा उतीर्ण कर पाये हैं.
कला और विज्ञान की तरह वाणिज्य संकाय में भी लड़कों ने निराश किया है. यहां भी लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर रहा है. कॉमर्स में औरंगाबाद की शौम्या टॉपर रहीं. कॉमर्स में 17 हजार 73 लड़कियों में से 16 हजार 457 ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. 32 हजार 82 लड़कों में ये संख्या 29 हजार 723 रही. प्रतिशत में अगर आकड़ों को देखे जाये तो 96.39 प्रतिशत लड़कियों ने तो 92.65 प्रतिशत लड़कों ने परीक्षा पास की है. कुल मिला कर इस साल बिहार बोर्ड का रिजल्ट बता रहा है कि बिहार में लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों के मुकाबले कहीं बेहतर रहा है.