बिहार मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2024 शुक्रवार को समाप्त हो गयी. 15 से 23 फरवरी तक चली परीक्षा के दौरान 171 परीक्षार्थी नकल करने के आरोप में निष्कासित किये गये और 73 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये. सबसे अधिक नकल करने के आरोप में नालंदा से 36 व भोजपुर से 33 परीक्षार्थी निष्कासित किये गये. इसके साथ ही गया से 19, सहरसा से 18, सारण से 15, गोपालगंज से 13 व जहानाबाद से नौ के साथ कुल 21 जिलों से 171 परीक्षार्थी नकल करने के आरोप में निष्कासित किये गये हैं. पिछले वर्ष भी मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2023 के दौरान भी कुल 171 परीक्षार्थी निष्कासित किये गये.
13 जिलों से 73 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये
इस बार मैट्रिक परीक्षा के दौरान 13 जिलों से 73 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये. सबसे अधिक लखीसराय से 29 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये. इसके साथ सहरसा से सात, जहानाबाद से छह के साथ कुल 73 परीक्षार्थी पकड़े गये. पिछली बार मैट्रिक परीक्षा 2023 के दौरान 19 जिलों से 117 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये. इस बार फर्जी परीक्षार्थियों की संख्या में कमी आयी है.
इन 17 जिलों में नकल करते एक भी नहीं पकड़ाए
दरभंगा, अररिया, कटिहार, किशनगंज, कैमूर, पश्चिमी चंपारण, बांका, मुजफ्फरपुर, शिवहर, शेखपुरा, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, मुंगेर, लखीसराय, सुपौल से एक भी परीक्षार्थी निष्कासित नहीं हुए हैं.
अंतिम दिन 15 सौ परीक्षार्थी हुए शामिल
परीक्षा के अंतिम दिन शुक्रवार को व्यावसायिक ऐच्छिक विषयों की परीक्षा हुई. इसमें शामिल होने के लिए पूरे राज्य में 1579 परीक्षार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था. प्रथम पाली में व्यावसायिक ऐच्छिक विषयों के अन्तर्गत सुरक्षा, ब्यूटिशियन, टूरिज्म, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हाडवेयर, ब्यूटी एंड वेलनेस, टेलीकॉम एवं आइटीआइटीज ट्रेड विषयों की परीक्षा सुबह 9:30 बजे से 12:45 बजे तक आयोजित की गयी. मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने के लिए 16,94,781 परीक्षार्थियों (8,72,194 छात्राएं एवं 8,22,587 छात्रों) ने परीक्षा फॉर्म भरा था. परीक्षा राज्य के 1585 सेंटरों पर हुई. पटना जिलों में 75,850 परीक्षार्थियों (40,364 छात्राएं एवं 35,486 छात्र) के लिए 70 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे.
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर बोले
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षा में बेहतर संचालन के लिए कंट्रोल रूम व वाट्सएप ग्रुप के साथ निगरानी रखी गयी. सीसीटीवी, जूता-मोजा पहन कर परीक्षा भवन में प्रवेश पर रोक के साथ अन्य नियमों का पालन किया गया और परीक्षा सफल आयोजित हुआ. परीक्षा के सफल संचालन के लिए आनंद किशोर ने सभी लोगों को बधाई दी है.
इन 21 जिलों से हुए निष्कासित..
- नालंदा: 36
- भोजपुर :33
- गया: 19
- सहरसा: 18
- सारण: 15
- गोपालगंज: 13
- जहानाबाद: 9
- जमुई: 6
- खगड़िया: 5
- नवादा: 4
- अरवल: 2
- मधेपुरा : 2
- पटना: 1
- बक्सर: 1
- रोहतास : 1
- औरंगाबाद: 1
- वैशाली: 1
- सीवान: 1
- भागलपुर : 1
- बेगूसराय: 1
- पूर्णिया: 1
13 जिलों से 73 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये:
- लखीसराय: 29
- सहरसा: 7
- जहानाबाद: 6
- नवादा: 6
- मधेपुरा: 5
- नालंदा : 4
- भोजपुर: 4
- अरवल: 3
- भागलपुर: 3
- औरंगाबाद: 2
- दरभंगा: 2
- मधुबनी: 1
- जमुई: 1