Bihar Board 10th Result : शहरी छात्रों पर भारी पड़े ग्रामीण छात्र, टॉप 10 सूची में ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थियों का दबदबा
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड ) ने मैट्रिक परीक्षा का परिणाम मंगलवार की दोपहर को जारी कर दिया.इस साल टॉप 10 में ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थियों का जलवा रहा. उन्होंने बड़े शहरों को इस बार पछाड़ते हुए टॉप 10 की सूची पर अपना बर्चस्व बनाया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने टॉप 10 में रहने वाले 41विद्यार्थियों की सूची जारी की है. जिसमें इस साल बिहार बोर्ड का टॉपर भी रोहतास जिला के तेनुअज प्रखंड में रहने वाले एक ग्रामीण इलाके का ही छात्र रहा. वहीं नंबर दो और तीन के रैंक पर भी ग्रामीण इलाके के ही विद्यार्थियों ने अपनी जगह बनाई है.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड ) ने मैट्रिक परीक्षा का परिणाम मंगलवार की दोपहर को जारी कर दिया.इस साल टॉप 10 में ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थियों का जलवा रहा. उन्होंने बड़े शहरों को इस बार पछाड़ते हुए टॉप 10 की सूची पर अपना बर्चस्व बनाया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने टॉप 10 में रहने वाले 41विद्यार्थियों की सूची जारी की है. जिसमें इस साल बिहार बोर्ड का टॉपर भी रोहतास जिला के तेनुअज प्रखंड में रहने वाले एक ग्रामीण इलाके का ही छात्र रहा. वहीं नंबर दो और तीन के रैंक पर भी ग्रामीण इलाके के ही विद्यार्थियों ने अपनी जगह बनाई है.
टॉप 10 सूची में ग्रामीण इलाकों के ही विद्यार्थियों का अधिकतर कब्जा :
इस साल के परिक्षा परिणाम की टॉप 10 सूची में ग्रामीण इलाकों के ही विद्यार्थियों का अधिकतर कब्जा रहा जिन्होंने शहर मुख्यालय वगैरह के छात्रों को पीछे छोड़ा है. वहीं बिहार की राजधानी पटना के किसी भी छात्र को टॉप 10 सूची में जगह बना पाने में सफलता हासिल नहीं हुई. बता दें कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड ) की मैट्रिक परीक्षा का परिणाम मंगलवार की दोपहर 12:30 बजे जारी कर दिया गया. परीक्षा का परिणाम बिहार बोर्ड के वेबसाइट http://onlinebseb.in और http://biharboardonline.com पर जारी किया गया है.
रोहतास जिला के तेनुअज प्रखंड निवासी हिमांशु राज बना टॉपर :
इस साल रोहतास जिला के तेनुअज प्रखंड निवासी हिमांशु राज ने कुल 481 यानी 96.20 फीसदी अंक प्राप्त कर पूरे बिहार में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. इस साल की मैट्रिक परीक्षा में कुल 12,04,030 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं. जिसमें 6,13,485 छात्र और 5,90,545 छात्राएं उत्तीर्ण हुई हैं.