Bihar Board Matric Result: मैट्रिक के टॉपर्स को इस बार बिहार बोर्ड से क्या मिलेगा पुरस्कार, आपको पता है?
Bihar Board Matric Result, BSEB Matric Toppers List 2021: बिहार बोर्ड मैट्रिक के टॉपर्स को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति यानि बीएसईबी (BSEB) सम्मानित करेगा. टॉप-10 स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को एक लाख रुपये, एक लैपटॉप एवं एक किंडल इ बुक रीडर, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को 75 हजार रुपये, एक लैपटॉप एवं एक किंडल इ बुक रीडर, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को 50 हजार रुपये, एक लैपटॉप एवं एक किंडल इ बुक रीडर दिया जायेगा.
Bihar Board Matric Result, BSEB Matric Toppers List 2021: बिहार बोर्ड मैट्रिक के टॉपर्स को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति यानि बीएसईबी (BSEB) सम्मानित करेगा. टॉप-10 स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को एक लाख रुपये, एक लैपटॉप एवं एक किंडल इ बुक रीडर, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को 75 हजार रुपये, एक लैपटॉप एवं एक किंडल इ बुक रीडर, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को 50 हजार रुपये, एक लैपटॉप एवं एक किंडल इ बुक रीडर दिया जायेगा.
इसके अलावा मैट्रिक में चतुर्थ से लेकर 10वें स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों को 10 हजार रुपये एवं एक-एक लैपटॉप प्रदान किया जायेगा. एक ही दिन आयोजित कार्यक्रम में बिहार बोर्ड इंटर और मैट्रिक के टॉपर्स को पुरस्कार दिया जाएगा.
Matric Topper List: छोटे शहरों के बेटे-बेटियों ने बड़ा कमाल
अब केवल बड़े शहरों और राजधानी के बच्चे ही नहीं बल्कि छोटे शहरों व कस्बों की प्रतिभाएं भी लोहा मनवा रहीं हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा सोमवार को घोषित मैट्रिक के रिजल्ट में बिहार के छोटे शहरों के बेटे-बेटियों ने बड़ा कमाल किया है.
बेगूसराय, रोहतास, भोजपुर, शेखपुरा, मुजफ्फरपुर, नवादा, सीतामढ़ी, अरवल, कटिहार जैसे शहर जो अब तक शिक्षा के हब नहीं बन पाये हैं, वहां के बच्चों ने टॉपर बनकर राज्य के कस्बों की प्रतिभाओं का न सिर्फ लोहा मनवाया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि श्रेष्ठ मेधा केवल बड़े शहरों में नहीं पनपती. अलबत्ता ये कि ज्यादातर टॉपर गुदड़ी के लाल हैं. अभाव, तंगहाली की पृष्ठभूमि के बीच उन्होंने ये मुकाम पाया है.
Bihar Board Result Record: टेक्नोलॉजी ने रिजल्ट प्रोसेसिंग को बनाया फास्ट
लगातार तीसरे वर्ष भी बिहार बोर्ड ने देश में सबसे पहले मैट्रिक का रिजल्ट जारी कर रिकॉर्ड कायम किया है. समिति के इतिहास में यह पहला अवसर है जब मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट पांच अप्रैल को जारी हुआ है. इससे पहले 2019 में मैट्रिक का रिजल्ट छह अप्रैल को जारी हुआ था. कोरोना महामारी से जनित चुनौतियों के बीच बिहार बोर्ड ने देश में सबसे पहले इंटर व मैट्रिक की परीक्षा आयोजित कर रिजल्ट जारी किया है.
लगातार देश में दूसरी बार विद्यार्थी के फोटो के साथ प्रत्येक विद्यार्थी के नाम से हर विषय में बारकोड एवं लिथोकोड के साथ अलग-अलग कॉपी एवं अलग-अलग ओएमआर शीट छपवाया गया. सभी विद्यार्थियों के फोटो के साथ-साथ नाम के साथ प्रिंटेड कॉपी थी. कंप्यूटराइज्ड प्रपत्रों की स्कैनिंग कराकार डाटा तैयार कराया गया, जिसके चलते रिजल्ट प्रोसेसिंग काफी तेज गति से हुआ. नये टेक्नोलॉजी का डिजाइन स्वयं बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने तैयार किया है.
पहली बार इस वर्ष मैट्रिक परीक्षा में समिति द्वारा स्टूडेंट्स के हित में सभी विषयों के ऑब्जेक्टिव एवं सब्जेक्टिव प्रश्नों में 100 प्रतिशत अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया गया था. संबंधित विषय में इस वर्ष स्टूडेंट्स से 50 ऑब्जेक्टिव प्रश्नों का उत्तर देना था. इसी तरह दो और पांच अंकों के सब्जेक्टिव प्रश्नों में भी स्टूडेंट्स को 100 प्रतिशत प्रश्नों का विकल्प दिया गया था. आनंद किशोर ने कहा कि आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग करते हुए न सिर्फ अग्रणी, तकनीक के मामले में भी बिहार बोर्ड देश का सर्वश्रेष्ठ बोर्ड बन गया है.
Posted By: Utpal Kant