बिहार के सारण में नाव हादसे की पूरी कहानी जानिए, सरयू नदी में डूबे लोगों की खोज दूसरे दिन भी जारी..
बिहार के सारण जिले में नाव हादसा हुआ है. बुधवार की देर शाम को हुए इस हादसे में दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. 4 लोग लापता हैं जिन्हें ढूंढने के लिए गोताखोर व NDRF की टीम सरयू नदी में उतरी है. अचानक एक नाव पलटने से कई लोग पानी में डूब गए थे.
Boat Accident In Bihar: बिहार में फिर एकबार नाव हादसा हुआ है. बुधवार की देर शाम को सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र में सरयू नदी में मटियार गांव के पास एक नाव पलट गयी. इस नाव में करीब डेढ़ दर्जन लोग सवार थे. अचानक नाव नदी में पलट गयी और सभी लोग सरयू नदी में डूबने लगे. इस हादसे में दो महिलाओं की मौत की पुष्टि बुधवार को ही कर दी गयी. चार लोगों की हालत बेहद गंभीर थी. जबकि 4 लोग इस हादसे में लापता हैं जिनकी खोज दूसरे दिन यानी गुरुवार को भी जारी रही.
सारण के मांझी प्रखंड मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर मटियार गांव के पास यह नाव हादसा हुआ. नाव में करीब डेढ़ दर्जन लोग सवार थे. ये बुधवार की देर शाम परवल खेत से काम कर लौट रहे थे. अचानक नाव हादसे का शिकार हो गयी. नाविक राजन महतो ने बताया कि वे लोग परवल बोने के बाद वापस लौट रहे थे. नाव में समस्या आ गयी. बीच नदी में उन्होंने देखा कि नाव में धीरे-धीरे पानी भरने लगा और नाव डूब गया. बताया कि डूबने के बाद जिन लोगों को तैरना आता था वो बाहर आ गए. लेकिन जिन्हें तैरना नहीं आता था उनकी जिंदगी नदी में ही समा गयी. बता दें कि घटना की जानकारी मिलते ही सारण के डीएम अमन समीर और एसपी डा. गौरव मंगला घटनास्थल पर पहुंचे. रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया जो गुरुवार को भी जारी रहा. दो लोगों की मौत की पुष्टि प्रशासन ने बुधवार को की. आपदा प्रबंधन प्रभारी गंगा कांत ठाकुर ने कहा कि 4 लोग लापता है. एसडीआरएफ की टीम लापता की खोज में जुटी है.
लापता लोगों की खोज दूसरे दिन भी जारी
घटना के बाद मटियार गांव में कोहराम मचा हुआ है. सरयू नदी के मटियार घाट पर लोग बड़ी तादाद में पहुंच गए. गुरुवार को भी लोगों की भीड़ मटियार घाट पर जमा है. गोताखोर लगातार लापता लोगों को ढूंढने में लगे हैं. मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि ये लोग रोजाना नदी को पार करके खेती करने जाते थे. आज इस हादसे का शिकार बन गए. वहीं गुरुवार को भी NDRF की बड़ी टीम रेस्क्यू में लगी रही. 24 कर्मी लापता 4 लोगों को ढूंढ रहे हैं. 6 नावों की मदद से यह खोज की जा रही है. वहीं सारण के जिलाधिकारी ने हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनाें को 4-4 लाख रुपए मुआवजे के तौर पर देने का निर्देश सीओ को दिया है.
पूर्व में भी होती रही है नाव दुर्घटनाएं
सारण के मांझी थाना अंतर्गत मटियार में नाव दुर्घटना में कई परिवाराें की खुशियां छीन ली. ये नाव हादसा जिले की पहली घटना नहीं है. 26 जनवरी 2012 को डोरीगंज थाना क्षेत्र के मेहरौली में दो नावों की टक्कर हो गयी थी. इस हादसे में बिहार सरकार के तत्कालीन मंत्री उदित राय के बड़े बेटे देवेंद्र राय समेत दो व्यक्तियों की मौत हो गयी थी. वहीं वर्ष 2017 में सोनपुर में मकर संक्रांति के दौरान पतंग उत्सव में पटना जा रही नाव एनआइटी घाट के पास पलट गयी थी. इस हादसे में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी थी. वहीं वर्ष 2021 में डोरीगंज में बालू लदे नाव के पलटने से उसमें सवार व्यक्ति किसी तरह तैरकर जान बचाने में सफल रहे थे. इसके अलावे मकेर में 15 मई 2022 को गंडक नदी में नाव पलट गयी थी. जिसमें नौ लोगों की मौत हो गयी थी. ये सभी लोग नाव पर सवार होकर तरबूज तोड़ने जा रहे थे. तभी लगुनिया घाट के पास यह घटना हुई थी.
(इनपुट: छपरा से राजीव रंजन)