पटना . सरकार ने पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के बजट में पिछले साल की तुलना में 32.47% की वृद्धि कर दी है.
आठ से दस पंचायतों के बीच काॅल सेंटर एवं मोबाइल एप के जरिये डोर स्टेप सेवा की व्यवस्था की जायेगी. आठ से दस पंचायतों के बीच एक पशु अस्पताल स्थापित होगा.
चिकित्सा सुविधा, टीकाकरण, कृतिम गर्भाधान की डोर स्टेप डिलेवरी की व्यवस्था हाेगी. टेलीमेडिसिन के माध्यम से भी पशुओं के इलाज की व्यवस्था की जायेगी.
पशु चिकित्सा मोबाइल यूनिट होंगी. बजट में पशुधन विकास, दुग्ध उत्पादन, मछली पालन आदि पशु आधारित कारोबार को बढ़ावा दिया गया है.
दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये प्रसंस्करण की क्षमता को तीन साल के अंदर दो गुना करने का लक्ष्य रखा गया है. इससे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे.
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सभी वर्गों के किसानों और दुग्ध व्यवसाय से जुड़े किसानों, बेराेजगार युवक व युवतियों को समग्र गव्य विकास योजना के तहत ऋण सह अनुदान पर डेयरी फार्मिंग योजना से रोजगार के अवसर दिये जायेंगे.
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पशुओं की इयर टैगिंग की जायेगी. पशुओं की नस्ल सुधार को 84.27 करोड़ से मरंगा पूर्णिया में नया सीमेन स्टेशन बना है.
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किशनगंज में पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय की स्थापना, वेटेरनरी कॉलेज पटना के आधारभूत संरचना का निर्माण.
Posted by Ashish Jha