कैलाशपति मिश्र, पटना
Bihar Budget: बिहार सरकार 28 फरवरी को 2023-24 के लिए विधानमंडल के दोनों सदनों में बजट पेश करेगी. इस बार बजट का मुख्य फोकस रोजगार और शिक्षा होगा. वित विभाग मे बजट की तैयारी लगभग पूरी हो गयी है. बजट डॉक्यूमेट छपने के लिए जाने वाला है. इस बजट में महागठबंधन की नीति का छाप स्पष्ट रुप से दिखायी देगा. वर्तमान सरकार के मुख्य एजेडा में नौकरी और रोजगार है. शिक्षा विभाग सबसे अधिक नौकरी देने वाला है. अगले वित्तीय वर्ष मे सरकार शिक्षक बहाली की पक्रिया को आगे बढ़ायेगी. नतीजतन शिक्षा विभाग के बजट मे सर्वाधिक बढ़ोतरी होने का अनुमान है. स्रोजगार को बढ़ावा देने वाली कई योजनाएं उद्योग विभाग मे भी चल रही है. इसको देखते हुये उद्योग विभाग में बढ़ोतरी होने की संभावना है. वहीं, यह बजट राज्य सरकार के सात निश्चय पार्ट-2 यानी युवा शक्ति बिहार की प्रगति, सशक्त महिला सक्षम महिला, हर खेत तक पानी, स्वच्छ गांव समृद्ध गांव, स्वच्छ शहर-विकसित शहर, कनेक्टिविटी होगी और आसान व सबके लिए सरकार के सात निश्चय पार्ट-2 के इर्द-गिर्द ही घुमता रहेगा.
वित्त विभाग की सूत्रों कहना है कि अगले साल के बजट में कोई नयी योजनाएं और नये टैक्स लगाये जाने की संभावना नहीं के बराबर है. हालांकि बजट आकार बढ़ने के पुख्ता आसार है. चालू वित्तीय वर्ष का बजट आकार 2.37 लाख करोड़ है. जो वर्ष 2021-22 की तुलना में 10% अधिक है. अगले वित्तीय वर्ष के बजट आकार में 15-20% की बढ़ोतरी होने की संभावना है. बजट में 15% की बढ़ोतरी होती है तो यह बढ़कर 2.72 लाख करोड़ होने की संभावना है. इसमें स्थापना एवं प्रतिबद्ध मद में व्यय 1.37 लाख करोड़ से बढ़कर 1.70 लाख करोड़ तक हो सकती है.
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राज्य सरकार अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार को प्रेरित करने के लिए कई योजनाएं चला रही है. जिसमें मुख्य रूप से मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, पीएमइजीपी और पीएमएफएमइ चल रही है. इसको देखते हुए वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट मे उद्योग विभाग के बजट के आकार में बढ़ोतरी होगी. चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 मे उद्योग विकास के लिए 1643.74 करोड़ रुपये का प्रावधान है. अगले वित्तीय वर्ष मे उद्योग विभाग के बजट बढ़कर ढाई हजार करोड़ के करीब किये जाने की संभावना है.